हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर ‘महेंद्र सिंह धोनी’ ने टी-20 में अपनी जगह को लेकर हो रही आलोचनाओं का जवाब दिया है. बता दे धोनी ने कल ही दुबई में अपनी क्रिकेट अकादमी का उद्घाटन किया है. क्रिकेट अकादमी के लॉन्चिंग के दौरान ही धोनी ने अजित अगरकर और वीवीएस लक्ष्मण समेत अन्य पूर्व क्रिकेटरों द्वारा दिए गए बयान पर बात की है.
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में धोनी ने कहा कि, ‘सभी के अपने-अपने विचार होते हैं और उनका सम्मान करना चाहिए. सबको अपनी बात कहने का हक है. टीम इंडिया का हिस्सा होना ही मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है.’ धोनी ने आगे कहा कि, ‘हर किसी को देश के लिए खेलने का मौका नहीं मिलता. आपने ऐसे कई क्रिकेटर्स देखें होंगे, जिनमें कोई खास टैलेंट नहीं था, लेकिन फिर भी वे काफी आगे गए. खेल के प्रति जुनून की वजह से ऐसा हुआ है.’
धोनी ने कहा कि, ‘मैंने हमेशा ही माना है कि नतीजों से अहम प्रक्रिया होती है. मैंने कभी भी परिणाम के बारे में नहीं सोचा, मैंने हमेशा यही सोचा कि उस समय क्या करना ठीक होगा, भले ही तब 10 रन की जरूरत हो, 14 रन की जरूरत हो या फिर पांच रन की जरूरत हो.’ मैं इस प्रक्रिया में ही इतना शामिल रहा और मैंने कभी भी इस बात का बोझ नहीं लिया कि तब क्या होगा, अगर नतीजे मेरे हिसाब से नहीं रहे.’ आगे कहा, ‘आप 1 से 15 साल तक खेल सकते हो, कुछ लोग 20 साल खेलते हैं, लेकिन पूरी जिंदगी में जहां आप अगर 70 साल तक जीते हैं वहां 10 से 15 साल कुछ नहीं हैं और ये सिर्फ एक ही समय है जब आप गर्व से कह सकते हैं कि मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. सबसे बड़ी प्रेरणा है भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा होना.’
आपको बता दे राजकोट में धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में हार के बाद कई पूर्व क्रिकेटरो ने धोनी के लिए विकल्प तलाशने की बात कही थी. अजीत अगरकर ने कहा था कि भारतीय टीम मैनेजमेंट को टी-20 में धोनी का विकल्प सोचने की जरूरत है.