‘रामहि केवल प्रेम पियारा, जानि लेहु जो जानहि हारा…’ इन पंक्तियों से दो मुस्लिम यात्रियों ने ब्रज की पावन धरा से दुनिया को सद्भावना का संदेश दिया। दिल्ली से आए इन मुस्लिम यात्रियों ने शनिवार को नंदगांव के विश्व प्रसिद्ध नंदबाबा मंदिर में नमाज अदा की और लोगों को रामचरित मानस की चौपाइयां सुनाकर प्रेम का संदेश दिया। ये यात्री साइकिल से चौरासी कोस यात्रा पर निकले हैं।
दिल्ली निवासी फैजल खान और मोहम्मद चांद गांधीवादी कार्यकर्ता नीलेश गुप्ता और आलोक रत्न के साथ धार्मिक यात्रा कर रहे हैं। शनिवार को वे नंदभवन पहुंचे। यहां उन्होंने नंदबाबा मंदिर में श्रीकृष्ण के दर्शन किए। इस दौरान फैजल खान और मोहम्मद चांद ने मंदिर परिसर में ही नमाज की अदा की।
फैजल खान ने बताया कि सभी लोग कोई न कोई मनोकामना लेकर ब्रज 84 कोस यात्रा पर निकले हैं। वह सद्भावना का संदेश देने के लिए यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वह धार्मिक यात्रा पर निकले तो कई लोगों ने कहा था कि यह समय सही नहीं है। फैजल ने कहा कि यही सही समय है दुनिया को सद्भावना का संदेश देना का।
फैजल खान ने रामचरित मानस की चौपाई सुनाते हुए कहा कि प्रेम ही धर्म है। ब्रज की मिट्टी में प्रेम महसूस किया है। दिवाली पर श्रीराम के नाम के चिराग जलेंगे। फैजल ने कहा कि कृष्ण सबके हैं। उनका प्रेम सबके लिए है। मुहम्मद साहब ने भी कहा था कि पूरी कायनात एक परिवार है। धर्म इंसान को जोड़ने वाला होता है, ना कि तोड़ने वाला।
नंदबाबा मंदिर के सेवायत कृष्ण मुरारी गोस्वामी ने मंदिर का प्रसाद भेंट कर फैजल खान के पूरे दल का स्वागत किया। कृष्ण मुरारी गोस्वामी ने बताया कि फैजल खान नेक इंसान हैं। हिंदू धार्मिक ग्रन्थों का उन्हें काफी ज्ञान है। नंदभवन में नमाज की जानकारी उन्हें नहीं है।