राजधानी में शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि भीमा-कोरेगांव कांड के दोषियों पर अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की, तो हिंदुओं में भी हाफिज सईद पैदा होने से कोई रोक नहीं पाएगा.
उन्होंने यह बात भारतीय जनता पार्टी की विरोधी पार्टियों की लाठी रैली में कही. यह रैली अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद द्वारा पूर्व सांसद सुखलाल कुशवाह के 54वें जन्मदिन पर छोला दशहरा मैदान में आयोजित की गई, जिसमें प्रकाश अंबेडकर के साथ समाजवादी नेता शरद यादव ने भी पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों से एकजुट होने की अपील की.
महाराष्ट्र में पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई की: प्रकाश अंबेडकर
प्रकाश अंबेडकर ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर पुलिस ने दोषियों की बजाए उलटे पीड़ितों पर कार्रवाई की. यह सब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इशारे पर हो रहा है. उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा, ‘अगर महाराष्ट्र में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो हिंदुओं में भी हाफिज सईद पैदा होंगे. इसे रोकना है, तो दोषियों पर कार्रवाई हो.’
अपने मान के लिए एकजुट होने की जरूरत: प्रकाश अंबेडकर
अंबेडकर ने देश में सामाजिक लोकतंत्र लाने की पैरवी करते हुए कहा कि छोटी समझी जाने वाली जातियों को अपने मान-सम्मान के लिए एकजुट होना होगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव पिछड़ी जाति से हैं, अब कांग्रेस को तय करना है कि वह विधानसभा चुनाव में जीत के बाद किसे मुख्यमंत्री बनाना चाहती है. गुजरात में अगर कांग्रेस आदिवासियों को अपने से जोड़ने में सफल हो जाती, तो उसकी सरकार बननी तय थी.
शरद बोले- छोटी जाति के लोग हिंदू नहीं हैं क्या?
शरद यादव ने कहा कि देश में हालात भयावह होते जा रहे हैं. छोटी जातियों को एकजुट होकर कट्टरपंथियों का मुकाबला करना होगा. उन्होंने कहा, ‘पेशवाई के खिलाफ जो लड़ाई लड़ी गई थी, वह छोटी जातियों ने लड़ी थी. वहां के कोरेगांव के स्तंभ पर उनके नाम दर्ज हैं.
सवाल उठता है कि छोटी जाति के लोग हिंदू नहीं हैं क्या? इन पर हिंदुवादियों को हमला क्यों करना चाहिए?’ शरद ने कहा, “सवाल यह है कि जब सरकार दोषियों का साथ देगी, तो इन पर लगाम कौन लगाएगा? इसलिए कह रहा हूं कि देश में हालात भयावह हैं, और भयावह हो जाएंगे.’
लाठी रैली में ये लोग रहे मौजूद
लाठी रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर अहमद, सत्यशोधक समाज के संयोजक सरदार सिंह, अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के अध्यक्ष सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाहा, अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक गुलजार सिंह मरकाम, जदयू (शरद) के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद यादव और कांग्रेस की विधायक हिना कांवरे खास तौर पर मौजूद रहीं.