केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आगामी 30 अक्तूबर को देहरादून में जनसभा कर उत्तराखंड का सियासी पारा चढ़ाएंगे। भाजपा की प्रदेश इकाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रधानमंत्री पांच नवंबर को केदारनाथ धाम के दर्शन करेंगे जबकि शाह विधानसभा चुनाव की तैयारियों को रफ्तार देने के लिए कोर कमेटी की बैठक भी लेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने से एक दिन पहले पहुंच रहे हैं। उधर, केदारनाथ में मोदी पौने चार सौ करोड़ रुपये की लागत के पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी करेंगे। इसमें आदि शंकराचार्य की समाधि, मंदाकिनी व सरस्वती नदी के तटबंधों पर सुरक्षा दीवार, तीर्थ पुरोहितों के आवास और मंदाकिनी नदी पर बने पुल का लोकार्पण शामिल है।
केदारनाथ में चार गुफाएं भी तैयार हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी का एक माह के भीतर उत्तराखंड का यह दूसरा दौरा होगा। इससे पहले वे सात अक्तूबर को ऋषिकेश एम्स में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट को देश को समर्पित कर चुके हैं। इधर, पीएमओ से प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय होने के बाद राज्य सरकार ने भी उनके आगमन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस बाबत आला अफसरों के साथ बैठक भी कर चुके हैं। दूसरी तरफ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मंगलवार को संगठन महामंत्रियों के साथ बैठक कर केंद्रीय गृहमंत्री के कार्यक्रमों की तैयारियों पर चर्चा की। पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री की दून में जनसभा होगी। यह सभा बन्नू स्कूल के ग्राउंड में हो सकती है।
हालांकि पार्टी अन्य स्थानों पर भी विचार कर रही है। इसके साथ ही शाह कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा करेंगे। वह विधानसभा क्षेत्रों में बूथ से लेकर मंडलस्तर पर संगठन की मजबूती के लिए टिप्स भी देंगे। वह काबीना मंत्रियों के साथ भी बैठक कर सकते हैं। इसी दिन शाम को उनका दिल्ली वापसी का कार्यक्रम है।
शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे भाजपाई
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच नवंबर को जहां बाबा केदारनाथ के दर्शन करेंगे, उसी दिन कैबिनेट मंत्रियों के साथ भाजपा के विधायक और पदाधिकारियों के अपने क्षेत्रों में स्थित शिवालयों में जलाभिषेक का कार्यक्रम तय किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के आगमन के दिन उनकी आगवानी में चुनिंदा पदाधिकारी ही मौजूद रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, जलाभिषेक कार्यक्रमों की रूपरेखा एक-दो दिन के भीतर जारी कर दी जाएगी।