भारत के आर्मी चीफ एम एम नरवणे ने कहा है कि चीन के साथ सीमा पर हालात काबू में है. उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच सैन्य लेवल पर कई स्तर पर बातचीत हो रही है, और बातचीत के जरिए हम हर तरह के विवादित मुद्दों को सुलझाने में सक्षम हैं.
थल सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि वे देशवासियों को भरोसा देना चाहते हैं कि चीना के साथ बॉर्डर पर हालात नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि चीन के साथ कई स्तर पर बातचीत चल रही है. जिसकी शुरुआत कमांडर लेवल वार्ता से हुई, इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कमांडर लेवल की बातचीत हुई है.
आर्मी चीफ ने कहा कि बातचीत के बाद दोनों पक्ष पीछे हटे हैं और हमें उम्मीद है कि लगातार बातचीत के जरिए भारत-चीन के बीच सीमा रेखा को लेकर जो भी विवाद है उसे हम सुलझा पाएंगे. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर सभी चीजें नियंत्रण में हैं.
बता दें कि शुक्रवार को गलवान क्षेत्र को लेकर भारत और चीन के मिलिट्री अफसरों के बीच बातचीत हुई. मेजर जनरल लेवल की इस बातचीत में गलवान क्षेत्र में तनाव को कम करने पर चर्चा हुई.
भारत चीन के बीच वार्ता की शुरुआत 6 जून को हुई थी जब दोनों के कॉर्प्स कमांडर मिलने थे. भारत की ओर से इसका नेतृत्व लेफ्टिनें हरिंदर सिंह ने किया था. जबकि चीन की ओर से मेजर जनरल लियू लिन बातचीत में शामिल थे.
इस वार्ता के बाद गलवान क्षेत्र में दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी थी. शुक्रवार को रक्षा मंत्रा राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की और सीमा पर हालात का संपूर्ण जायजा लिया.
सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि नेपाल के साथ हमारे मजबूत रिश्ते हैं. नेपाल के साथ हमारे भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक संबंध हैं. यहीं नहीं दोनों देशों के लोगों के बीच भी दोस्ताना रिश्ते हैं. उन्होंने कहा कि नेपाल से पहले भी हमारे रिश्ते अच्छे रहे हैं और आगे भी रहेंगे.