ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में राउरकेला के बिसरा क्षेत्र में महिपनी के पास दो हाथियों की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई. अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि जंगली हाथियों का एक झुंड रेलवे लाइन पार कर रहा था तभी मालगाड़ी से उनकी टक्कर हो गई और दो हाथियों की मौत हो गई.
बोंदामुंन्दा के सहायक रेल प्रबंधक निशांत कुमार ने कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यह हादसा गुरुवार को लगभग 1 बजे के करीब हुआ, जिस वक्त जंगली हाथी झुंड में पटरियों को पार कर रहे थे. हालांकि अभी इसके सही कारणों के बारे में बता पाना मुश्किल है कि यह हादसा कैसे हुआ. लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा हाथियों द्वारा दिशा में बदलाव किए जाने के चलते हुआ होगा. रेलवे और वन अधिकारी मौके पर हैं और मार्ग पर रेल यातायात को बहाल कर दिया गया है.”
उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच की जाएगी. राउरकेला डिवीजन के सहायक वन संरक्षक टंकाधर बेहरा ने कहा कि दुर्घटना के समय ट्रेन की गति क्या रही होगी इस पर भी जांच किया जाएगा. आपको बता दें हाल फिलहाल में हाथियों के साथ घटनाएं ज्यादा हो रही है. कहीं उन्हें फल की शक्ल में फटाखे खिला कर उनकी जान ले ली जा रही है तो कहीं उन पर तेजाब डाल दिया जा रहा है.
सरकार को जंगलों से गुजरने वाली रेलवे लाइनों पर भी ध्यान देना होगी की कुछ ऐसी व्यवस्था की जाए ताकि जंगली जानवर ट्रेनों की चपेट में आकर अपनी जान न गवाएं. इंसान इतना स्वार्थी हो चुका है कि वह अपने स्वार्थ के लिए जंगलों को उजाड़ रहा है और हर रोज हजारों जानवरों को बेघर कर रहा है. इसी के चलते आज कितने ऐसे जानवर हैं जो विलुप्त होने के कगार पर आ गए हैं. दुनिया को अब इन जानवरों के बारे में सोचना होगा की मानव कि तरह जानवर भी इसी धरती का हिस्सा हैं, इसलिए उन्हें भी जीने और रहने का ऐसा ही अधिकार दिया जाए जो इंसानों के पास है.