पंजाब के मालवा की तरह ही देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में कैंसर तेजी से अपने पैर पसार रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धगर और बागपत जिले में कैंसर से तकरीबन 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, तो कई अपनी मौत के करीब पहुंच चुके हैं। इन इलाकों में तमाम लोग कैंसर से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। किसी के पेट में कैंसर है, किसी की छाती में तो किसी के मुंह में। ये भी मानते हैं कि उनकी बीमारी की वजह गंदा पानी ही है जो इनके लिए जहर बन गया है। इस समस्या से प्रशासन को भी अवगत कराया गया, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
वहीं, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली की शिव विहार कॉलोनी को तो कैंसर कॉलोनी के नाम से जानने लगे हैं। यहां पर बड़ी मात्रा में लोग कैंसर से पीड़ित हैं। इस इलाके में तेजी से पैर पसार रहे कैंसर को लेकर अभी तक कोई सर्वे या अध्ययन नहीं आया है, लेकिन यहां रह रहे लोगों का मानना है कि जीन्स रंगने के लिए हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल होता है और जीन्स के डाई होने के बाद वो केमिकल नालियों के जरिए वहां जमीन में चला जाता है। इसकी वजह से भूमिगत पानी जहरीला होता जा रहा है।