नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस के सीनियर नेता कलमनाथ से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात दिल्ली में हुई. टीएमसी प्रमुख से मुलाकात के बाद जब कमनाथ मिलकर निकले तो वो उन्हें बाहर तक छोड़ने आईं.
मुलाकात के बाद क्या बोले कमलनाथ?
मुलाकात के बाद एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कमलनाथ ने कहा, “ममता बनर्जी से हमारे पुराने संबंध हैं. मैं उन्हें बधाई देने आया था. 2024 की रणनीति की चर्चा सोनिया गांधी के साथ होगी. ममता कल सुबह सोनिया गांधी से मिलेंगी. ममता बनर्जी ने देश में महंगाई, कानून व्यवस्था और दबाने-खरीदने की राजनीति जैसी मुद्दों पर चर्चा की.”
आनंद शर्मा ने भी ममता बनर्जी से की मुलाकात
इसके अलावा कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी ममता बनर्जी से मुलाकात की. बता दें कि ममता सोमवार को पांच दिनों के दिल्ली दौर पहुंची हैं. मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद ये उनका दिल्ली का पहला दौरा है. वो आज पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकती हैं. तृणमूल कांग्रेस की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार, ममता बनर्जी मंगलवार को शाम चार बजे प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी
ममता बनर्जी बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात कर सकती हैं. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में हैं. संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली दौरे पर पहुंचीं ममता बनर्जी अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं.
इससे पहले, कोलकाता में राज्य मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में हिस्सा लेने के बाद ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हुईं थीं. इससे पहले ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा था कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इस सप्ताह मुलाकात का समय दिया है. हालांकि, ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के साथ प्रस्तावित बैठक का विवरण साझा करने से इंकार कर दिया था. तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि 26-30 जुलाई के दौरे के दौरान ममता बनर्जी संसद भी जा सकती हैं, जहां मॉनसून सत्र चल रहा है.
वहीं, बनर्जी के दिल्ली दौर पर निशाना साधते हुए बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फर्जी टीकाकरण शिविर मामला, चुनाव बाद हिंसा और अन्य मुद्दों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही हैं. इससे बचने के लिए वह कुछ दिन के लिए राज्य से बाहर रहना चाहती हैं. उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों को एकजुट करने का बनर्जी का प्रयास सफल नहीं होगा.