कोरोना संकट के चलते राष्ट्रीय राजधानी में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस्तीफा दें.
मनोज तिवारी ने ये भी कहा कि दिल्ली में कोरोना मरीजों के साथ जानवरों से भी बदतर सुलूक हो रहा है, जो लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए उनके परिवार वालों के भी टेस्ट नहीं हो रहे हैं.
मनोज तिवारी ने ट्वीट किया कि दिल्ली में एक दिन में 2137 केस सामने आए. अस्पतालों में बेड नहीं हैं. ऑक्सीजन तो ख़रीदने का ऑर्डर ही हुआ है. मुख्यमंत्री पब्लिक की चिंता की जगह अपनी फोटो चमकाने में व्यस्त हैं. बस बहुत हुआ, सीएम केजरीवाल इस्तीफ़ा दें.
बीजेपी सांसद ने केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि 5 साल से दुनिया को कह रहे थे कि सबसे बढ़िया हेल्थ बुनियादी ढांचा पर खर्च कर रहा हूं. पांच साल का बजट खा गए क्या?
बता दें कि शुक्रवार के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में एक दिन में दो हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों के बारे में पता चला. अब दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 36 हजार के पार हो चुका है.
दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के 2137 नए मरीजों की पुष्टि हुई . साथ ही दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या 36,824 हो चुकी है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल समेत कई हॉस्पिटलों में भर्ती मरीजों की स्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है, जिस पर दिल्ली सरकार ने प्रतिक्रिया दी है और अस्पताल का बचाव किया है.
केजरीवाल सरकार ने कहा कि दिल्ली में एलएनजेपी अस्पताल कोरोना वायरस का सबसे बड़ा अस्पताल है. वर्तमान में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस अस्पताल में 2 हजार बेड की व्यवस्था की गई है.
आम आदमी पार्टी की सरकार ने कहा कि केंद्र सरकार के अस्पतालों और दिल्ली के दूसरे अस्पतालों में इलाज कराने आ रहे कोरोना मरीजों को भी जरूरत पड़ने पर एलएनजेपी अस्पताल में रेफर किया जाता है. अब तक इस अस्पताल से 2100 से ज्यादा कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं.