दिल्ली का नया रास्ता अब लखनऊ से सीतापुर होकर भी गुजरेगा। इतना ही नहीं पंजाब और जम्मू जाने वाली ट्रेनें भी नए रूट पर रफ्तार भरती नजर आएंगी। रेलवे ऐशबाग से सीतापुर के बीच अमान परिवर्तन (छोटी लाइन को बदलकर बड़ी लाइन करना) के बाद इसपर एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इससे जहां मुरादाबाद और कानपुर रूट का लोड कम होगा। वहीं नई ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी। सीतापुर होकर एक स्पेशल ट्रेन चलाकर रेलवे ऑपरेशनल पहलू की स्टडी करेगा। सीतापुर होकर शाहजहांपुर की दूरी केवल नौ किलोमीटर अधिक होगी। शाहजहांपुर से ही ट्रेनें बरेली-मुरादाबाद होकर दिल्ली, पंजाब और जम्मू की ओर रवाना हो सकेंगी।
इसी साल फरवरी में ऐशबाग-सीतापुर 83 किलोमीटर लंबे रेलखंड पर टे्रन संचालन शुरू हुआ है। अभी रूट पर पांच पैसेंजर और एक एक्सप्रेस ट्रेन चल रही है। इस सिंगल लाइन के रूट पर रेलवे विद्युतीकरण भी तेजी से कर रहा है। जिससे मेमू और इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलायी जा सके। इस समय लखनऊ से हरदोई-बरेली होकर मुरादाबाद रूट का 135 प्रतिशत इस्तेमाल हो रहा है। मतलब जिस लाइन पर एक दिन में 100 ट्रेनें गुजरनी चाहिए उसपर 135 ट्रेनें चल रही हैं। सुबह हरदोई रूट पर राजधानी एक्सप्रेस, डबल डेकर और अवध आसाम एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें होने के कारण रेलवे के पास नई ट्रेनें चलाने के लिए पाथ नहीं मिल पा रहा है। जबलपुर से हरिद्वार तक सीतापुर होकर चलने वाली स्पेशल ट्रेन से रेलवे रूट के ऑपरेशनल पहलुओं की समीक्षा करेगा।
इतना पड़ेगा असर
लखनऊ से सीतापुर की दूरी 83 और सीतापुर से शाहजहांपुर की दूरी 91 किलोमीटर है। सीतापुर होकर शाहजहांपुर तक 174 किलोमीटर की दूरी ट्रेन तय करेगी। जबकि लखनऊ से हरदोई होते हुए शाहजहांपुर की दूरी 164 किलोमीटर है।