विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर दिल्ली सरकार के राज्य तंबाकू नियंत्रण सेल ने एक सर्वे रिपोर्ट जारी की है। इसमें यह बात सामने आई है कि तंबाकू के दुष्प्रभाव के बारे में लोगों में जागरूकता धीरे-धीरे बढ़ रही है। यही वजह है कि सात सालों में दिल्ली में तंबाकू का सेवन करने वालों में 6.5 फीसद व धूमपान करने वालों में 6.1 फीसद की कमी आई है।

खास बात यह है कि करीब 48 फीसद लोगों ने तंबाकू छोड़ने की कोशिश की। हालांकि, दिल्ली में 15 वर्ष से अधिक उम्र वाले 17.5 फीसद लोग अब भी तंबाकू का सेवन और 11.3 फीसद लोग धूमपान करते हैं। तंबाकू नियंत्रण सेल के प्रभारी डॉ. एसके अरोड़ा ने कहा कि यह सर्वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कराया है।

इस सर्वे में वर्ष 2009-2010 व वर्ष 2016-17 का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। सर्वे के नतीजों के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर तंबाकू का इस्तेमाल भी कम हुआ है। हालांकि, दिल्ली के नतीजे ज्यादा बेहतर रहे हैं। इसके मुताबिक, दिल्ली में तंबाकू का इस्तेमाल करने वालों का आंकड़ा 17.5 फीसद पर आ गया है।

पहले करीब 10 फीसद लोग सिगरेट पीते थे, वहीं अभी 8.8 फीसद लोग सिगरेट का सेवन करते हैं। इसके अलावा 10.8 फीसद लोग धूमपान रहित तंबाकू का इस्तेमाल करते थे। इनकी संख्या घटकर 8.8 फीसद हो गई है। वहीं, गुटखा इस्तेमाल करने वालों की संख्या 8.2 फीसद से कम होकर तीन फीसद रह गई है।

सर्वे में यह बात सामने आई है कि वर्तमान में 79.5 फीसद लोग धूमपान छोड़ना चाहते हैं, जबकि पहले सिर्फ 33.2 फीसद लोग ही धूमपान छोड़ना चाहते थे। धूमपान करने वाले 45.7 फीसद लोगों ने यह कोशिश भी की।

सबसे बड़ी बात यह है कि वर्ष 2009-10 के सर्वे में यह बात सामने आई थी कि सिर्फ 8.3 फीसद लोग तंबाकू छोड़ना चाहते हैं, जबकि ऐसे लोगों की संख्या 39.7 फीसद बढ़ गई है।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य तंबाकू नियंत्रण सेल ने कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया।