दोस्तों हम रोज़ सुबह अपनी दिन की शुरुआत दांत ब्रश करने से करते है.साधारणतः हम टूथपेस्ट और ब्रश से अपने दांत धोते है.पर आयुर्वेद हमे दांत धोने के लिये बहुत सारे दन्तमंजन पाउडर और दातून का परामर्श देता है.दातून किसी पेड़ या वनस्पति की नन्ही कोमल डंडी होती है जिसे हम दन्तमंजन के तौर पर ब्रश जैसा उपयुग में ला सकते है, जैसे लोग नीम के दातून से दांत साफ़ करते है ऐसे ही अलग अलग वनस्पति दातुन के अलग अलग फायदे होते है .
कैसे करे दातुन –
दातुन को ऊपर के दांतों में ऊपर से नीचे की ओर और नीचे के दांतों में नीचे से ऊपर की ओर करे. इससे मसूड़े मजबूत होंगे और पायरिया की समस्या भी नहीं होगी .
आइये जाने दातुन के फायदों के बारे में :-
मसूड़ों और दांतों की मजबूती के लिए बबूल के दातुन से दांत साफ करने चाहिये. ये दांतो और मसूड़ों दोनों को अच्छा रखता है.
नीम की दातुन नेचुरल माउथफ्रेशनर का भी काम करती है, नीम का दातुन दांतों को तो स्वस्थ रखता है, बल्कि इसे करने से पाचन क्रिया ठीक होती है, और चेहरे पर भी निखार आता है.
आयुर्वेद के अनुसार बेर के दातुन से नियमित दांत साफ करने पर आवज साफ और मधुर होती है. इसलिए जो लोग वाणी से संबंधित क्षेत्रों में रुची रखते हैं या इस क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें बेर के दातुन का नियमित इस्तेमाल करना चाहिए.