थाइलैंड की गुफा में फंसे 12 बच्चों व उनके कोच को बचाने की कोशिशें रविवार को शुरू हुईं। सारी दुनिया टकटकी बांधे उम्मीद लगाए बैठी है कि सभी 13 लोगों को सकुशल निकाला जा सके। उत्तरी थाइलैंड की थाम लुआंग गुफा में दो सप्ताह से अधिक समय से फंसे चार बच्चों को बाहर निकाल लिया गया है। विदेशी गोताखोरों (मुख्यत: यूरोप से) की टीम के 13 सदस्यों ने इस बचाव अभियान में जान की बाजी लगा दी। तीन हमेशा बच्चों के साथ रहे। बाकी सब रास्ते के खतरनाक स्थानों पर खड़े रहे। रास्ते के कुछ हिस्से बेहद संकरे और पानी से डूबे थे। इनकी चौड़ाई करीब आधा मीटर थी। यहां बच्चों को अकेले पानी में तैरकर आगे बढ़ना पड़ा। ऐसे में दुनिया के ये पांच किस्से उम्मीद की किरण जगाते हैं जब बचाव अभियानों में लोगों को गहरी गुफाओं के गर्भ से सही सलामत खींच के बाहर निकाला गया है।
अप्रैल में आठ अनुभवहीन गोताखोर केंचुकी की एक गुफा में घूमने गए। वहां भारी बारिश और तूफान के बाद पानी भरने से उनके बाहर निकलने का आखिरी रास्ता बंद हो गया। टीम के एक लीडर ने एक डिब्बे में नोट छोड़ा। उसमें बड़े अक्षरों में ‘मदद करो’ लिखकर नीचे लिखा कि हम शनिवार 23 अप्रैल की सुबह 11 बजे से यहां फंसे हैं और अब रविवार 25 अप्रैल के दिन के 12 बज गए हैं। यह डिब्बा बचाव दल का मिला। कई घंटों की मशक्कत के बाद बचावदल ने सभी गोताखोरों को एक निर्जन चट्टान पर ढूंढ निकाला।