ईरान के बड़े धार्मिक नेता जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से नहीं रहे. ईरान के शीर्ष धार्मिक संगठन के सदस्य आयतुल्ला हाशीम बाथेई की कल कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई है. 78 साल के आयतुल्ला ‘मजिलस-ए-खबरगान-ए- रहबरी’ के सदस्य थे, जिसे देश के शीर्ष नेता को चुनने और उसे हटाने का अधिकार है.
ये धार्मिक संगठन देश की सभी महत्वपूर्ण नीतियों पर अंतिम फैसला लेता है. कोरोना वायरस से ईरान में अब तक करीब 14 हजार लोग संक्रमित हैं. जबकि एक ही दिन में 129 लोगों की जान लेने वाले कोरोना से ईरान में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 850 के पार पहुंच चुकी है.
ईरान ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सोमवार को देश के चार महत्वपूर्ण शिया धार्मिक स्थलों को बंद करने का निर्णय लिया. सरकारी टीवी के अनुसार, कोरोना वायरस निरोधी मुख्यालय और स्वास्थ्य मंत्री के आदेशों के अनुसार ‘‘मशहद स्थित इमाम रजा, कौम स्थित फातिमा मासुमा और तेहरान स्थित शाह अब्दुल-अजीम’’ को अगले आदेश तक बंद करने का फैसला लिया है.
सरकारी समाचार समिति की खबर के अनुसार, एक अन्य आदेश में कौम स्थित जमकरान मस्जिद को बंद करने का भी फैसला लिया गया है.
बता दें कि दुनिया भर में अब तक कोरोना के कारण 7158 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इस खतरनाक वायरस से 1 लाख 82 हजार से अधिक लोग संक्रमित है.
इस वायरस से रिकवर करने वाले लोगों में 79 हजार से अधिक लोग हैं. अभी भी दुनिया भर में लगभग एक लाख कोरोना केस एक्टिव हैं. इनमें से 6 हजार से अधिक लोगों की हालात बहुत खराब है.