देश की तीसरी कॉरपोरेट ट्रेन इंदौर-वाराणसी एक्सप्रेस में रेल टूरिज्म एंड कैटङ्क्षरग कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) शुद्ध शाकाहारी भोजन मुहैय्या कराएगा। यात्रियों की मांग पर बिना लहसुन-प्याज का भोजन भी उपलब्ध होगा। इसके पीछे मंशा यह है कि ट्रेन में ज्यादातर यात्रियों की संख्या ज्योतिर्लिगों के दर्शन करने वालों की होगी, जो शाकाहारी भोजन ही पंसद करेंगे। जल्द ही ट्रेन का ट्रायल होगा, हालांकि अभी इसके चलने के समय का निर्धारण नहीं हुआ है।
काशी विश्वनाथ से महाकाल के बीच दौड़ेगी ट्रेन
पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस लखनऊ से दिल्ली और दूसरी मुंबई से अहमदाबाद के बीच चल रही है। अब तीसरी कॉरपोरेट ट्रेन काशी विश्वनाथ से महाकाल के बीच इंदौर-वाराणसी एक्सप्रेस चलाने की तैयारियां हो चुकी हैं। यह ट्रेन तेजस का स्लीपर वर्जन होगी, जिसमें सुविधाएं तेजस की और बोगियां हमसफर के जैसी होंगी। पूरी ट्रेन वातानुकूलित है। जिसमें एक पैंट्री और दो जनरेटर यान समेत 18 बोगियां हैं।
खास बात यह है कि दो ज्योर्तिलिंग के बीच चलने वाली इस ट्रेन में शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा। वहीं, ग्राहकों की मांग पर बिना लहसुन-प्याज का भी खाना उपलब्ध होगा। ट्रेन के ट्रायल की तैयारियां चल रही हैं। बोगियों की रैक वाराणसी पहुंच चुकी है। 21 फरवरी तक ट्रायल की उम्मीद है। आइआरसीटीसी के अफसरों को रेलवे बोर्ड की हरी झंडी का इंतजार है। आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्वनी श्रीवास्तव का कहना है कि बोगियों की रैक वाराणसी के व्यास स्टेशन पहुंच गई है। ट्रेन के ट्रायल के लिए रेलवे बोर्ड की अनुमति का इंतजार है। अभी इसके चलने के टाइम आदि भी तय होना है।