नई दिल्ली: रेल मंत्रालय अपनी प्रीमियम ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराती है. मसलन, यात्रियों के मनोरंजन के लिए रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी कुछ प्रीमियम ट्रेनों में एलसीडी स्क्रीनों की व्यवस्था कर रखी है. लेकिन अब रेल मंत्रालय ने इन प्रीमियम ट्रनों से LCD स्क्रीन हटाने का फैसला ले लिया है. रेल मंत्रालय द्वारा उठाए जा रहे इस कदम के पीछे कॉस्ट कटिंग नहीं है. बल्कि इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों के कारण ही रेलवे को यह कदम उठाना पड़ा है.
शर्मनाक वजह
प्रीमियम ट्रेनों से LCD स्क्रीन हटाने का फैसला यात्रियों के व्यवहार को देखते हुए किया गया है. दरअसल ट्रेन कोचों में यात्रियों के मनोरंजन के लिए LCD screens लगाई गई हैं, जिनमें पहले से चीजें इंस्टॉल्ड हैं. यानी आप इन स्क्रीनों के जरिये सिर्फ वही देख सकते हैं, जो रेलवे ने पहले से ही इनमें इंस्टॉल कर रखा है. इसमें फिल्में, वीडियो, गानें, एजुकेशनल वीडियो आदि इंस्टॉल हैं.
तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की बिल्कुल नई ट्रेन है, जिसे 24 मई 2017 को ही चलाया गया है. इस ट्रेन में सभी तरह की मॉर्डन सुविधाएं मौजूद हैं, जैसे कि ऑटोमेटिक दरवाजे, GPS, फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम, CCTV कैमरा आदि इंस्टॉल किए गए हैं. इसके अलावा यहां LCD स्क्रीन भी लगाए गए हैं ताकि इस ट्रेन से यात्रा करने के दौरान यात्रियों को बिल्कुल अलग अनुभव हो. लेकिन ट्रेन यात्रियों को शायद इतने मनोरंजक सफर की आदत नहीं है, तभी तो कुछ महीनों के भीतर ही ज्यादातर LCD screens या तो टूट गई हैं या वह खराब हो गई हैं. यात्रियों ने एलसीडी स्क्रीन्स को सिर्फ क्षतिग्रस्त ही नहीं किया, बल्कि उन्हें निकालकर अपने साथ भी ले गए. इन शर्मनाक घटनाओं को देखने के बाद रेल मंत्रालय ट्रेनों से एलसीडी हटाने पर विचार करने लगा है.