हिन्दू धर्म ग्रंथो में तुलसी का बड़ा ही ख़ास महत्तव बताया गया हैं । शास्त्रों की माने तो जो व्यक्ति तुलसी के नियमित दर्शन करता हैं वह हमेशा रोग मुक्त और पाप मुक्त रहता हैं । यदि कोई तुलसी पूजन करता हैं तो उसको मृत्यु के पश्चात मोश की प्राप्ति होती हैं । यही कारण हैं जो श्राद्ध कर्म में तुलसी का पूजन किया जाता हैं । तुलसी का उपयोग व्रत, यज्ञ, जप, होम, हवन में किया जाता हैं जिससे की गया अनुष्ठान सफल हो जाए । शास्त्रों की माने तो तुलसी पूजन से लेकर तुलसी पत्र तोड़ने तक कुछ नियम बताए गये हैं जिनका पालन करना हर एक के लिए अनिवार्य हैं। कुछ मन्त्रो को जपने के बाद यदि तुलसी का पत्र तोडा जाए तो ना केवल पाप का नाश होता हैं बल्कि जीवन में हर सुख सम्पदा प्राप्त हो जाती हैं।
तुलसी के पत्र को तोड़ते समय इन 3 मंत्रो का जाप करना सबसे कल्याणकारी माना गया हैं
– ॐ सुभद्राय नमः – ॐ सुप्रभाय नमः – मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।
हिन्दू धर्म के मानने वाले लोगो के अधिकतर घरो में तुलसी का पौधा लगा होता हैं जिसमे वह नित्य स्नान ध्यान करने के बाद जल देते हैं । ऐसा माना जाता हैं की जिस घर में तुलसी का पौधा लगा होता हैं वहां कभी दुःख आदि नही आते और जिस घर में लगा तुलसी का पौधा हर भरा रहता हैं वह ना केवल सुख सम्पदा बल्कि हमेशा खुशहाली रहती हैं । अपने घर में लगे तुलसी के पौधे में आप हर रोज जल देते हो होगे लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्र बताने जा रहे हैं जिनका जाप करते हुए यदि आप तुलसी में जल देगे तो इसके दौगने प्रभाव बढ़ जायेगे और आपके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी ।
वह मंत्र है –
महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।