फरवरी को तुर्किये और सीरिया में शक्तिशाली भूंकप आया था। दोनों देशों में मरने वालों की संख्या 50000 के पार हो चुकी है। भयावह भूकंप में अभी तक तुर्की और सीरिया में करीब 520000 अपार्टमेंट्स सहित 160000 इमारतें ढह चुकी है।
6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में शक्तिशाली भूंकप आया था। दोनों देशों में मरने वालों की संख्या 50,000 के पार हो चुकी है।
इस तबाही में हजारों की संख्या में लोग घायल हुए। भयावह में अभी तक तुर्की और सीरिया में करीब 5,20,000 अपार्टमेंट्स सहित 1,60,000 इमारतें ढह चुकी है। इस महा विनाशकारी भूकंप से दोनों देशों में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है।
भारतीय अमेरिकी ने बढ़ाया मदद का हाथ
विनाशकारी भूकंप के बाद दोनों देशों के लिए कई जगहों से मदद पहुंच रही है। भारत ने भी के तहत दोनों देशों को मानवीय सहायता पहुंचाई है। इसी को देखते हुए अब पूरे अमेरिका से भारतीय अमेरिकियों ने तुर्किये और सीरिया के भूकंप पीड़ितों के लिए तीन लाख डॉलर से अधिक की आर्थिक मदद जुटाई है।
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (AAPI) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हेमंत पटेल के नेतृत्व में कई प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकियों के समुदाय ने तीन लाख डॉलर से अधिक की जुटाई है।
भारतीय अमेरिकी समुदाय को किया धन्यवाद
न्यू जर्सी में राहत के लिए जुटाई गई धनराशि के लिए अमेरिका में के राजदूत मूरत मर्कन और न्यूयॉर्क में तुर्की के महावाणिज्यदूत रेहान जेडजी आर ने भी भाग लिया। उन्होंने भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारतीय अमेरिकी समुदाय को धन्यवाद दिया। प्रतिष्ठित एलिस आइलैंड मेडल ऑफ ऑनर के प्राप्तकर्ता पटेल ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि तुर्किये के राजदूत और तुर्की के महावाणिज्यदूत ने, तुर्किये के लोगों के लिए भारतीय समुदाय की काफी तारीफ की है।
भूकंप पीड़ितों के समर्थन में आयोजन
सेवा इंटरनेशनल ह्यूस्टन की AmeriCorps टीम ने हाल ही में सीरिया और तुर्की में भूकंप के पीड़ितों के समर्थन में एक दान अभियान का आयोजन किया। पूरे ह्यूस्टन में विभिन्न समुदायों के लोग भोजन, कपड़े, सर्दियों के कोट, स्वच्छता की वस्तुएं, बाहरी आपूर्ति, टेंट, हैंड वार्मर, जूते और बच्चों की आवश्यकताओं सहित सैकड़ों वस्तुओं का दान करने के लिए एक साथ आए।
न्यू जर्सी में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर ने से प्रभावित लोगों के लिए इस सप्ताह एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया। बीएपीएस में समुदाय के सदस्यों ने प्रार्थना के माध्यम से तुर्की के लोगों के लिए समर्थन की पेशकश की और एम्ब्रेस रिलीफ फाउंडेशन को अपने मानवीय राहत शाखा, बीएपीएस चैरिटीज के माध्यम से 25,000 अमरीकी डालर का उदार दान दिया।