भोपाल। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में हुए गुटीय विवाद के बाद पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘तीर’ और राज्यसभा की सांसदी छिनने के बावजूद वरिष्ठ नेता शरद यादव ने मध्यप्रदेश का कार्यक्रम नहीं बदला। 26 दिसंबर को बामनिया (झाबुआ) में गैर भाजपाई दलों के सम्मेलन की तैयारी जारी है। कार्यक्रम में गैर भाजपाई दलों को बुलाया गया है। देशभर के समाजवादी नेता हर साल बामनिया में मामा बालेश्वर दयाल की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
इस बार शरद यादव ने भी पार्टी के गुटीय विवाद के पहले ही बामनिया में ‘साझी विरासत बचाओ सम्मेलन’ आयोजित करने का ऐलान किया था। इसके बाद चुनाव आयोग द्वारा पार्टी के अधिकृत चुनाव चिन्ह ‘तीर’ नीतीश गुट को देने का निर्णय कर दिया। फिर नीतीश गुट ने शरद यादव को राज्यसभा की सदस्यता से भी मुक्त करा दिया, लेकिन यादव ने गैर भाजपाइयों को एक मंच पर लाने का विचार नहीं छोड़ा। जदयू (शरद यादव गुट) के राष्ट्रीय महासचिव गोविंद यादव ने ‘नई दुनिया’ को बताया कि मध्यप्रदेश के बामनिया में पार्टी ने जो कार्यक्रम तय किया है, वह यथावत रहेगा।
आयोजन के लिए उनकी ओर से तैयारियां जारी हैं। उन्होंने बताया कि तब तक गुजरात चुनाव के नतीजे भी सामने आ जाएंगे। बामनिया कार्यक्रम में दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष छोटू भाई बसावा भी शामिल होंगे। कार्यक्रम में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा कांग्रेस नेताओं को भी बुलाया गया है। यादव ने कहा कि क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चुनाव चिन्ह ‘तीर’ और राज्यसभा की सदस्यता खत्म करने के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।