यमुना नदी के किनारे-किनारे पौंटी पुल से शहीद स्थल तिलाड़ी से होते हुए राजतर पुल तक हरिद्वार की तर्ज पर स्थाई सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाएगा, जिसके ऊपर सड़क बनाई जाएगी। इसे लेकर नगर पालिका परिषद बड़कोट कार्य योजना तैयार कर रही है। लोनिवि के अधिकारियों के साथ सर्वे कर जल्दी ही इसकी डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। इस मोटर मार्ग के निर्माण से जहां पौंटी पुल होते हुए राजतर तक वैकल्पिक मार्ग तैयार होगा। वहीं ऐतिहासिक शहीद स्थल तिलाड़ी को भी सुरक्षित किया जाएगा। साथ ही नगर पालिका के वार्ड नंबर 1, 4, व 6 को भी यमुना नदी से हो रहे भूधंसाव से भी बचाया जा सकेगा। बड़कोट नगर पालिका परिषद के अंतर्गत पौंटी पुल से राजतर पुल तक यमुना नदी के किनारे करीब तीन किमी के एरिया में बरसात के दौरान हर साल यमुना नदी के उफान से भारी भू कटाव होता है। जिससे तिलाड़ी शहीद स्थल सहित बड़कोट नगर के विभिन्न वार्डों को भी भूधंसाव से खतरा पैदा हो जाता है। जिस कारण इस क्षेत्र में हर साल लाखों की लागत से सुरक्षात्मक कार्य किए जाते हैं। लेकिन, यमुना नदी के प्रवाह के आगे यह सुरक्षात्मक कार्य ज्यादा समय तक नहीं टिक पाते हैं। इसी को देखते हुए नगर पालिका परिषद द्वारा इसके स्थाई निर्माण की कार्य योजना के तहत नदी के एरिया को छोड़ कर यमुना नदी के किनारे हरिद्वार, ऋषिकेश की तर्ज पर आरसीसी का पक्का निर्माण किया जाएगा तथा इसी निर्माण के ऊपर पौंटी पल से राजतर पुल तक मोटर मार्ग भी बनाया जाना है।
क्या कहती हैं पालिका अध्यक्ष
बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत का कहना है कि तिलाड़ी शहीद स्थल एवं नगर के भू धंसाव से प्रभावित क्षेत्र को बचाने के लिए यमुना नदी के किनारे स्थाई निर्माण किया जाना जरूरी है। इसके लिए एक सप्ताह में लोनिवि अधिशासी अभियंता के साथ स्थलीय सर्वे कर इस योजना की डीपीआर तैयार की जाएगी। जिसमें पौंटी पुल से राजतर पुल तक हरिद्वार, ऋषिकेश की तर्ज पर स्थाई निर्माण किया जाएगा। तिलाड़ी को सुरक्षित करने के बाद इस स्थान को बहुद्देश्यीय रूप में भी विकसित किये जाने की योजना है।