साइबर ठग ने ताज समूह के दर्रामेक्स होटल्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड का प्रबंध निदेशक बनकर होटल के वित्त एवं लेखा विभाग के जीएम से ठगी का मामला सामने आया है। जीएम से नई कंपनी के साथ नया प्रोजेक्ट शुरू करने के नाम पर 3.2 करोड़ रुपये की ठगी की गई। तहरीर पर साइबर थाने में छह मई को मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि ताज ग्रुप के होटल संचालन से जुड़े दर्रामेक्स होटल्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक (वित्त और लेखा) तेजपाल रावत ने साइबर थाने में शिकायत कर बताया कि अर्जुन मेहरा कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं।
चार मई को उनके पास एक नए नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था। इसमें अपना नाम अर्जुन मेहरा बताया और कहा कि यह उनका नया नंबर है। फोटो भी अर्जुन मेहरा की ही लगी हुई थी। अगले दिन उसी नंबर से होटल के बैंक खाते की स्थिति मांगी गई।
इसके बाद एक नई कंपनी के साथ प्रोजेक्ट शुरू करने के नाम पर 1.95 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया गया। ठग ने खुद को एमडी दर्शाते हुए दावा किया कि वह मीटिंग में है और यह भुगतान एक स्थानीय प्रोजेक्ट के लिए है। इसके बाद ठग ने श्याम ट्रेडिंग कंपनी के नाम से इंडसइंड बैंक कोलकाता के खाते में 1.95 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवाए।
इसके बाद दो करोड़ रुपये अनुबंध सिक्योरिटी के लिए जमा करने को कहा गया। इस पर उन्होंने कहा कि होटल के खाते में पर्याप्त धनराशि नहीं है। अभी सिर्फ 1.25 करोड़ रुपये का ही भुगतान संभव है। इसके बाद उन्होंने उसी खाते में 1.25 करोड़ रुपये डलवा दिए। भुल्लर ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।