राजनाथ ने कहा कि हिंदुस्तान में पहला प्रधानमंत्री है जिसने यह फैसला किया है कि बड़े-बड़े बैंकों के दरवाजे पर दस्तक देने का अधिकार टाटा, बिड़ला और अंबानी को नहीं होना चाहिए बल्कि हिंदुस्तान के गरीबों को भी होना चाहिए। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2022 तक देश से गरीबी हटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें कि राजनाथ दो दिन के अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दौरे पर हैं। शनिवार को गुजरात दौरे के दौरान गृहमंत्री ने भारत के खिलाफ हिंसात्मक गतिविधियां चलाने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए था कि विश्व की कोई ताकत सरकार को कश्मीर मसले का हल करने से नहीं रोक सकती।
उन्होंने कहा था कि एनडीए सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट दे रखी है और कश्मीर में सीमा पार से होने वाली फायरिंग का माकूल जवाब दिया जा रहा है।
इसे चीन पर भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा गया। दरअसल भारत जहां लगातार विवादित क्षेत्र से सेना हटाने के बाद कूटनीतिक बातचीत के जरिए विवाद का हल निकालने पर जोर दे रहा था, वहीं चीन की ओर से भारत को लगातार युद्घ की धमकियां मिल रही थी।