लखनऊ। डीजीपी ओपी सिंह सैनिकों व उनके परिवारों की समस्याओं को करीब से समझते हैं। उन्होंने सभी एसएसपी/एसपी को सैनिकों/पूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारीजन के साथ सहानुभूति पूर्वक रवैया रखते हुए उनकी समस्याओं का जल्द निस्तारण कराए जाने का निर्देश दिया है।
डीजीपी का कहना है कि भारतीय सैनिक दूरदराज तथा दुर्गम इलाकों में सेवारत हैं। सैनिकों के परिवार उनसे अलग रहते हैं। सैनिकों के परिवार ज्यादातर अपनी घरेलू समस्याओं को अकेले ही निपटाते हैं। सैनिक अपने ड्यूटी स्थल पर रहते हैं और साल में एक या दो बार ही घर आ पाते हैं। इसके चलते सैनिक कई बार अपने परिवार की समस्याओं को न तो सही ढंग से समझ पाते हैं और न ही उनका समय पर निस्तारण हो पाता है। लिहाजा सैनिक परिवारों को काफी कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है।
डीजीपी ने अधीनस्थों से कहा है कि इन परिस्थितियों को ध्यान में रखकर पुलिस सैनिक परिवारों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण कराएं। डीजीपी ने कहा कि कई बार अचानक आई किसी समस्या को हल करने के लिए सैनिक खुद उपस्थित भी नहीं हो पाते हैं। इससे उपजे विवादों की स्थिति में सैनिक के परिवार को पुलिस की मदद की जरूरत पड़ती है।
पुलिस पूर्व सैनिकों व उनके परिवार की समस्याओं को भी उतनी की संवेदनशीलता से निस्तारित कराए। डीजीपी ने अधीनस्थों को यह निर्देश भी दिया है कि जब कोई सैनिक या उनका परिवार अपनी समस्याओं को लेकर आए तो अधिकारी वरीयता के आधार पर उनकी बात सुनें व निस्तारण कराएं। अधिकारी सैनिक परिवारों की समस्याओं के निस्तारण की मानीटरिंग भी करें।