अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से डेनमार्क की प्रधानमंत्री के मुलाकात की योजना स्थगित कर दी गई है। यह जानकारी मंगलवार को दी गई। डेनमार्क की प्रधानमंत्री अमेरिका के हाथों ग्रीनलैंड नहीं बेचना चाहतीं। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने सितंबर में ट्रंप के डेनमार्क दौरे के रद होने की जानकारी दी।
बेहतरीन लोगों का देश डेनमार्क
ट्रंप के इस निर्णय से इस बात की पुष्टि होती है कि ग्रीनलैंड को खरीदने के लिए वे कितना अधिक रुचि ले रहे थे। बता दें कि यह आइडिया काफी पहले ही किसी ने मजाक में दिया था जिसे बाद में ट्रंप ने गंभीरता से लिया और ग्रीनलैंड की लोकेशन के कारण इसे खरीदने का प्रस्ताव रखा था। बेहतरीन लोगों का देश डेनमार्क काफी स्पेशल है। लेकिन यहां की प्रधानमंत्री मेट्टे फ्रेडरिक्सेंस के बयानों से लगाता है वह इसकी खरीद बिक्री के पक्ष में नहीं।
1860 और 1946 में भी हुई थी इस सौदे की बात
यह पहली बार नहीं कि अमेरिका ने ग्रीनलैंड के सौदे में रुचि दिखाई है। इससे पहले इस सौदे पर चर्चा 1860 के दशक में की गई थी जब अमेरिका के राष्ट्रपति एंड्र्यू जॉनसन थे। 1867 में अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि ग्रीनलैंड अमेरिका के लिए रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण है। इसके बाद 1946 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रुमैन ने डेनमार्क से 10 करोड़ डॉलर में इस बर्फीले द्वीप को खरीदने की कोशिश की थी।
लुभा रहे ग्रीनलैंड के संसाधन
ट्रंप ने भी यहां पर बड़ी मात्रा में मौजूद संसाधन की वजह से सौदे का प्रस्ताव दिया था। ग्रीनलैंड का समुद्रतट के कारण यहां का मतस्य उद्योग, बड़े बंदरगाह, जमीन के तले भारी मात्रा में कोयले के अलावा ग्रीनलैंड में प्रचुर मात्रा में खनिजों का भंडार है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा, ‘अमेरिका व डेनमार्क के लिए प्रधानमंत्री का यह डील व प्रयास बेहतर था। मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं और भविष्य में इस मुलाकात की उम्मीद रखता हूं।‘
डेनमार्क का स्वायत क्षेत्र ग्रीनलैंड
वाल स्ट्रीट जर्नल ने सबसे पहले ट्रंप की डेनमार्क के प्रति इस रुचि का खुलासा किया था जिसका अधिकांश हिस्सा बर्फ से ढका होता है। ग्रीनलैंड डेनमार्क का एक स्वायत क्षेत्र है। यह विशाल द्वीप आठ लाख 11 हजार वर्ग मील में फैला हुआ है।
ट्रंप ने रविवार को इस बात की पुष्टि की कि वास्तव में वे ग्रीनलैंड को खरीदने के इच्छुक थे लेकिन यह उनके प्रशासन की प्राथमिकता नहीं थी और डेनमार्क का उनका यह दौरा इस कारण से नहीं था।