हाल ही में सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) के सीईओ पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) ने ट्वीट करके यह जानकारी दी थी कि टेसला (Tesla) और स्पेसएक्स (SpaceX) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर के बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया है. एलन मसक एक बार फिर सुर्खियों में हैं क्योंकि उनपर ट्विटर के शेयर्स को लेकर धोखाधड़ी का मुकदमा दायर किया गया है. आइए इसके बारे में सबकुछ जानते हैं..
Elon Musk पर दायर हुआ मुकदमा
एलन मस्क (Elon Musk) पर अमेरिका के एक कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है और उनपर यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने ट्विटर (Twitter) में अपने हिस्सेदारी (Elon Musk Stake in Twitter) का अनाउन्समेंट जानबूझकर देर से किया है जिससे उन्हें कंपनी के शेयर सस्ते रेट पर मिल सकें. टेक-क्रंच (TechCrunch) की एक रिपोर्ट के अनुसार 24 मार्च, 2022 और 1 अप्रैल, 2022 के बीच ट्विटर (Twitter) के सभी पूर्व निवेशकों की ओर से मार्क बेन रसेला (Marc Ben Rasella) ने मैनहट्टन संघीय अदालत (Manhattan Federal Court) में मुकदमा दायर किया है.
लगा धोखाधड़ी का आरोप
मार्क बेन रसेला (Marc Ben Resella) ने एलन मस्क (Elon Musk) पर आरोप लगाया है कि टेसला (Tesla) के सीईओ ने जानबूझकर झूठे और भ्रामक बयान दिए और फेडरल लॉ के अनुसार निवेश के बारे में दी जाने वाली जरूरी जानकारी को छुपाया. उनका यह भी कहना है कि मस्क ने अपने निवेश की जानकारी को इसलिए छुपाए रखा ताकि वो ट्विटर के ज्यादा शेयर सस्ते में खरीद सकें.
एसईसी के लिए निवेशकों को 5% की सीमा पार करने के 10 दिनों के अंदर अनुसूची 13 दाखिल करने की जरूरत होती है लेकिन एलन मस्क (Elon Musk) ने तब तक फाइलिंग जमा नहीं की जब तक उन्होंने ट्विटर में 9.2% की हिस्सेदारी नहीं ले ली.
केस दायर करने वाले लोगों का कहना है कि अगर मस्क तय समय पर ट्विटर में अपने निवेश की जानकारी दे देते, तो वे अपने शेयर नहीं बेचते.