टीम इंडिया के लिए पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय बल्लेबाज मनीष पांडे ने कहा कि उन्होंने अपने कुछ मौकों के लिए इंतजार करते हुए मुश्किल समय का सामना किया है, अगर उन्हें और अधिक मौके मिले तो वह स्टार खिलाड़ियों से सजे भारतीय मिडिल ऑर्डर में खुद को नियमित चयन के योग्य साबित कर सकते हैं. पांडे ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मौके के लिए इंतजार थोड़ा मुश्किल होता है और यह आपके दिमाग में घर कर जाता है. विशेषकर इस दौरे में मैंने इसे काफी महसूस किया, लेकिन यही क्रिकेट है.’
उन्होंने कहा, ‘आपको भारत जैसी टीम, जहां कई दिग्गज खिलाड़ी हैं, के साथ खेलने के लिए अपने लिए मौके का इंतजार करना होता है. इसलिए मैं अपनी तरफ से थोड़ी सी कोशिश कर रहा हूं.’ पांडे ने कहा, ‘मुझे नंबर चार पर कुछ मौके मिले और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया. कुछ अवसरों पर बल्लेबाजी संयोजन के कारण मुझे नंबर पांच पर उतरना पड़ा. मैंने (पांचवें नंबर पर) अपनी तरफ से थोड़े प्रयास किए लेकिन मुझे भी लगता है कि मैं अपनी तरफ से थोड़ा बेहतर कर सकता हूं.’ मनीष ने कहा, ‘भारत के पास वास्तव में टॉप ऑर्डर में बहुत अच्छी लाइनअप है और वे वनडे में 30-35 ओवर खेल लेते हैं. विराट कोहली और फिर महेंद्र सिंह धोनी (कुछ अवसरों पर) जैसे खिलाड़ी मुझसे ऊपर बल्लेबाजी के लिए आते हैं. हां, अगर अधिक मौके मिलते हैं तो मुझे लगता है कि अभी मैं जो कुछ कर रहा हूं, उससे बेहतर कर सकता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं यहां अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. यहां तक कि वनडे में भी मुझे अपनी बारी का इंतजार था, लेकिन वहां मौका नहीं मिला. लेकिन टी-20 मेरे लिए अच्छा रहा और सेंचुरियन में मैंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है. मुझे अब भी वह शतक याद है जो नौ दस साल पहले मैंने यहां बनाया था.’ पांडे ने कहा, ‘जैसे मैंने पहले कहा कि भारत के लिए नंबर पांच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल है. मुझसे पहले इस स्थान पर रैना और युवी जैसे खिलाड़ी बल्लेबाजी करते रहे हैं और उनके पदचिन्हों पर चलना आसान नहीं है. पिछले दो वर्षों में भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और इसलिए आपको अपने मौके के लिए बेहद धैर्य दिखाना होता है.’