जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए 17 देशों के 38 प्रतिनिधि देवभूमि उत्तराखंड के रामनगर में पहुंच गए हैं। मंगलवार दोपहर बाद पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे मेहमानों का तिलक लगाकर तुलसी की माला व उत्तराखंड की टोपी पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।
जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए 17 देशों से 38 प्रतिनिधि रामनगर पहुंच गए हैं। बुधवार को चीफ साइंस एडवाइजर राउंड टेबल में सभी देशों के 38 डेलीगेट्स विज्ञान से जुड़े विषयों पर गहन विचार-विमर्श करेंगे। बैठक रामनगर के ताज रिसार्ट में सुबह नौ बजे से शुरू होगी और शाम छह बजे तक चलेगी।
38 प्रतिनिधि हुए शामिल
सम्मेलन में यूनाइटेड किंगडम से पांच, रूस व सऊदी अरब से चार-चार, फ्रांस व साऊथ अफ्रीका से तीन-तीन, नाइजीरिया, अमेरिका,इटली, चीन,नीदरलैंड,कनाडा व यूरोपियन संघ से दो-दो तथा कोरिया, ब्राजील, जापान, स्पेन, आस्ट्रेलिया से एक-एक सहित कुल 38 प्रतिनिधि शामिल हैं।
मेहमानों का तिलक लगाकर किया गया स्वागत
मंगलवार दोपहर बाद पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे मेहमानों का तिलक लगाकर, तुलसी की माला व उत्तराखंड की टोपी पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। महिला मेहमानों को शुभ कार्य में पहना जाने वाला पिछौड़ा भेंट किया गया। कुमाऊंनी छोलिया नृत्य करते कलाकारों के साथ कुछ विदेशी मेहमान भी थिरके।
एयरपोर्ट पर सजाई गई रंगोली
पंतनगर एयरपोर्ट पर जी-20 थीम पर सजाई गई रंगोली, देवभूमि की कला-संस्कृति व धर्म को दर्शाती छवियां और छोलिया नृत्य ने विदेशी मेहमानों को मुग्ध कर दिया। मेहमानों ने छोलिया कलाकारों के साथ सेल्फी लेकर देवभूमि की यादों को हमेशा के लिए संजो लिया। यहां से रुद्रपुर स्थित रेडिशन होटल में लंच को पहुंचे मेहमानों के स्वागत में बुरांश जूस की व्यवस्था की गई थी।
जगह-जगह पर की गई पुष्प वर्षा
जिन देशों के मेहमान थे वहां के व्यंजन तो थे ही भारतीय व कुमाऊं के व्यंजन भी परोसे गए। मेहमानों को झिंगोरा की खीर, भांग की चटनी व कुमाऊंनी रायता के साथ गुलाब जामुन खूब भाया। यहां से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वाहनों का काफिला रामनगर पहुंचा। जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई।
इधर, बुधवार को होने वाली बैठक में भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद समेत कई प्रसिद्ध भारतीय विज्ञानी भी मौजूद रहेंगे। जी-20 की गोलमेज बैठक चार राउंड में होनी है। इसमें चार विषय तय किए हैं। पहला विषय है रोग नियंत्रण एवं महामारी से निपटने के लिए बेहतर तैयारी के साथ वन हेल्थ में अवसर।
दूसरा विषय वैज्ञानिक ज्ञान तक पहुंच बढ़ाने के लिए वैश्विक प्रयासों के बीच समन्वय बनाए जाने को लेकर है। तीसरा विषय विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विविधता, समानता व समावेशन पर और चौथा विषय विज्ञान व प्रौद्योगिकी से संबंधित समावेशी, सतत व कार्यवाही उन्मुख वैश्विक नीति के बारे में संवाद करने पर है। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि बैठक संबंधी सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।