गांगुली ने कहा कि चयनकर्ता मेरे रवैये से परेशान हो गए थे और उन्होंने कहा कि अगर मैं अच्छा नहीं खेलता, अगर टीम अच्छा नहीं खेलती है और अगर कुंबले अच्छा नहीं खेलता है तो सबसे पहले मुझे बाहर किया जाएगा. मैंने कहा कि ठीक है मैं यह जोखिम उठाने के लिये तैयार हूं और देखेंगे कि क्या होता है. इसके बाद कुंबले को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिये चुन लिया गया और गांगुली ने कहा कि इस लेग स्पिनर ने फिर शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि अनिल ने उस श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन किया. वह साल उनके लिये शानदार रहा. उस साल उन्होंने 80 विकेट लिए जो कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक कैलेंडर वर्ष में किसी स्पिनर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.