लखनऊ. बचपन में खेल-खेल में कंघे और खाली शैम्पू की बाटल को माइक बना कर लोगों से सवाल पूछने वाली निधि आज यूपी की पॉपुलर रेडियो जॉकी हैं। एफएम पर लाखों लोग इन्हें ‘ड्रामा क्वीन’ के नाम से जानते हैं। ‘ट्रेंडिंग नाओ’ कॉन्टेस्ट की होस्ट निधि ने अपनी स्ट्रगल शेयर किये।
– आरजे निधि इस समय लखनऊ में हैं और उसी एफएम रेडियो के कार्यक्रम को होस्ट करती हैं। वो अपने शो के दौरान ‘ट्रेंडिंग नाओ’ क्विज के सवाल लिस्नर्स से पूछती हैं। शो के एंड में सही जवाब देने वाले श्रोताओं को प्राइज दिया जाता है।
पापा थे रेडियो जॉकी बनने के खिलाफ
– यूपी के इलाहाबाद की रहने वाली निधि के पिता सीबी साहू आर्मी में हैं। वे प्रेजेंट में अरुणाचल प्रदेश में पोस्टेड हैं। मां हाउस वाइफ हैं। बड़ी बहन एमटेक कर रही है, वहीं छोटा भाई दिल्ली यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट है।
– निधि बताती हैं, “मैं बचपन से डिसिप्लिन में रही। पापा का अकसर ट्रांसफर होता रहता था। स्टडीज डिस्टर्ब न हों, इसलिए मां हम तीनों भाई-बहनों के साथ इलाहाबाद में शिफ्ट हो गए।”
– “मैं पढ़ने में काफी कमजोर थी, खासकर मैथ्स में लगभग हर एग्जाम में फेल हो जाती थी। पापा को लगता था, मेरी ये बेटी क्या करेगी? दीदी ने बीई किया, फिर अब एमटेक कर रही है। लेकिन मैं मैथ्स-साइंस से ज्यादा एंटरटेनमेंट करियर में इंटरेस्टेड थी। मैं बचपन से ही शैम्पू-तेल की बॉटल को माइक बनाकर लोगों से सवाल पूछा करती थी।”
– “मैंने पापा से कहा कि मास कम्यूनिकेशन में ग्रैजुएशन करना है। उन्होंने सिरे से इनकार कर दिया, लेकिन मैं भी जिद पकड़ कर बैठ गई। उन्हें हां कहना ही पड़ा। मैंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ही मास कॉम किया है।”
– निधि ने एक हिन्दी अखबार के साथ इंटर्नशिप के दौरान इलाहाबाद महाकुम्भ में रिपोर्टिंग भी की।
मनचलों को सबक सिखाने के लिए बनी थी ‘मर्दानी’
– निधि बताती हैं, “मैं इलाहाबाद के एक एफएम में रेडियो जॉकी थी। रात 9 बजे शो खत्म हुआ और मैं अपनी स्कूटी से घर जाने के लिए निकली। रास्ते में बाइक सवार तीन लफंगों ने मुझ पर कमेन्ट करते हुए जबरन रोकने की कोशिश की।”
– “मैंने बिना डरे स्कूटी रोकी और उन्हें ललकारा। मेरी हिम्मत देखकर वे भाग निकले। उस घटना ने मुझे हिलाकर रख दिया था। मैंने उसी समय पुलिस कंप्लेन की, लेकिन वहां से ज्यादा रिस्पॉन्स नहीं मिला। उसके बाद मैंने इस जॉब को छोड़ने का फैसला कर लिया।”
– “मैंने सुबह आफिस आकर अपने बॉस से इस घटना का जिक्र किया और इस्तीफ़े की बात कही। मेरी बात सुनकर वे शॉक्ड रह गए। उन्होंने मुझसे पुलिस की मदद लेने की सलाह दी और पेशेंस रखने को कहा। लेकिन मैं बहुत दुखी थी।”
– निधि ने अपने अंदर का गुस्सा लाइव शो में निकाला। उन्होंने शो के दौरान कहा था, “रात हुई घटना के बाद मैं असुरक्षित महसूस कर रही हूं। ये लोग सुधरने वाले नहीं हैं। ऐसी चीजें मुझे कई बार फेस करनी पड़ेंगी। आज यह मेरा आखिरी शो होगा। आप सभी के प्यार के लिए मैं आभारी हूं। मुझे दुख है कि यह साथ यहीं तक था।”
डीएम ने खुद किया फोन
– निधि बताती हैं, “मैंने शो के दौरान बहुत शॉर्ट में पूरी हरकत लिस्नर्स को बताई थी। मेरे सपोर्ट में कई कॉल और मैसेज एफएम में आने लगे। तात्कालीन डीएम संजय कुमार ने उसी शो के दौरान मुझे कॉल किया और कहा कि मैं जॉब न छोड़ूं। मनचलों के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।”
– “उस शो के बाद इलाहाबाद पुलिस एक्शन में आ गई थी। सड़क पर लड़कियों को छेड़ने वाले शोहदों का जैसे बुरा वक्त शुरू हो गया था। मेरे पास लगभग हर न्यूज पेपर और न्यूज चैनल से सपोर्ट में कॉल आए। कई अखबारों ने मुझे ‘मर्दानी’ नाम भी दिया था। रेडियो की इस शक्ति को देखकर मैं भी खुश थी।”