लगता है कि चारा घोटाले के एक मामले में रांची की जेल में बंद आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादवहर बार की तरह मकर संक्रांति के मौके पर इस वर्ष भी ‘चूड़ा-दही भोज’ को शिद्दत से याद कर रहे हैं। यही वजह रही कि रविवार को लालू के समर्थक उनको चूड़ा-दही खिलाने पूरी तैयारी के साथ बिरसा मुंडा जेल पहुंचे।
लालू के समर्थकों ने बकायदा चूड़ा-दही की सही तरीके से पैकिंग करवा रखी थी। इन लोगों की तैयारी से ऐसा लग रहा था कि वे लालू को खुद चूड़ा-दही खिलाकर ही दम लेंगे।
गौरतलब है कि लालू की बहन गंगोत्री देवी की मौत और उनके जेल में होने के कारण इस वर्ष बिहार के पूर्व सीएम राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर मकर संक्राति भोज का आयोजन नहीं किया जा रहा है। लालू की तरफ से पटना में आयोजित होनेवाला यह भोज काफी चर्चित रहता है।
चारा घोटाले की सुनवाई के दौरान खुद लालू ने जज से कहा था कि अगर वह रिहा हो जाते तो चूड़ा-दही संक्राति पर खाते। इसके जवाब में हाजिरवजवाबी के लिए मशहूर हो चुके जस्टिस सिंह ने कहा था कि वह जेल में ही लालू यादव के लिए चूड़ा-दही का इंतजाम कर देंगे।
दरअसल, मकर संक्रांति के अवसर पर प्रत्येक वर्ष आरजेडी अध्यक्ष की ओर से अपने आवास पर 14 और 15 जनवरी को दो दिन चूड़ा-दही-तिलकुट का भोज दिया जाता रहा है। 14 तारीख को सरकार और विपक्ष के सभी नेता-कार्यकर्ता बुलाए जाते रहे हैं और 15 तारीख को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए इस भोज का आयोजन होता है।
बिहार में 2017 में जब गठबंधन सरकार थी तो नीतीश को मकर संक्राति के अवसर पर लालू ने दही-हल्दी का टीका लगाकर स्वागत किया था। उस वक्त उन्होंने कहा था कि टीका लगाकर वह नीतीश को तंत्र-मंत्र से दूर कर रहे हैं।