तमाम लोगों का ये कहना होता है उन पर काम का बोझ इतना ज्यादा है कि वे चाहकर भी भगवान के ध्यान, पूजा पाठ, योग व प्राणायाम के लिए समय नहीं निकाल पाते. ऐसे लोगों को कम से कम सुबह उठकर और रात में सोते समय शांति से बैठकर दो मिनट के लिए ॐ का जाप करना चाहिए. ये ऐसा चमत्कारिक शब्द है जो कुछ ही दिनों में आपकी तमाम परेशानियों को खत्म करके आपके पूरे जीवन को बदलकर रख सकता है. लेकिन इसके जाप का लाभ लेने के लिए नियमों को जानना जरूरी है.
धार्मिक रूप से ॐ शब्द को बहुत शक्तिशाली माना गया है. मान्यता है कि इसमें पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है. जब हम किसी मंत्रोच्चारण से पहले इस शब्द को बोलते हैं तो उस मंत्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है. ॐ शब्द बोलते समय हमारे गले और शरीर में एक तरह का कंपन होता है, इसकी वजह से थायरॉयड, बीपी, लंग्स, पेट की समस्याएं ठीक होती हैं और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बेहतर होती है. तमाम वैज्ञानिक भी मानते हैं कि ॐ के नियमित जाप से तनाव, डिप्रेशन, गुस्सा, अनिद्रा जैसी समस्याएं काफी नियंत्रित हो जाती हैं.
ऐसे करें जाप
शांत जगह पर बैठें : ॐ केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि ध्वनि है. जब हम इसका जाप करते हैं तो बोलते समय उत्पन्न हुई उस ध्वनि से ही हमें कई तरह के फायदे होते हैं. इसलिए इसका जाप हमेशा ऐसी जगह पर करना चाहिए जहां कोई शोरशराबा न हो.
गहराई से करें उच्चारण : ॐ का उच्चारण करते समय स्वर को जितना ऊंचे रखेंगे और जितनी गहराई से इसे बोलेंगे, आपको इसके उतने ही बेहतर लाभ मिलेंगे.
पद्मासन में करें जाप : ॐ का उच्चारण करने से पहले जमीन पर आसन लगाएं और पद्मासन में बैठें. इसके बाद आंखें बंद करके सांस खींचें और फिर पेट से ॐ की आवाज़ को निकालते हुए सांस छोड़ते चले जाएं.
सुबह और रात का समय : शास्त्रों के अनुसार दिन के चौबीस घंटों में से कुछ घंटों का समय ऐसा होता है जब ईश्वरीय शक्ति अपने चरम पर होती है. इस समय में किया गया जाप, पाठ, आराधना अधिक फलित होते हैं. इसलिए ॐ का जाप भी सुबह जल्दी और रात सोने से पहले करना चाहिए ताकि इसका पूरा फायदा आपको मिल सके.