टेक्नॉलॉजी दिग्गज गूगल ने ताइवान की कंपनी एचटीसी के स्मार्टफोन टीम को खरीद लिया है. कंपनी के मुताबिक गूगल ने 1.1 बिलियन डॉलर में एचटीसी की मोबाइल डिविजन टीम का अधिग्रहण कर लिया है. गूगल कुछ सालों से लगातार अपने हार्डवेयर डिविजन पर काम कर रहा है और इसका बेहतरीन उदाहरण पिछले साल लॉन्च किया गया Pixel और Pixel XL स्मार्टफोन है.
गूगल के हार्डवेयर हेड रिक ऑस्टेर्लो ने आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट में कहा है , ‘हमारे साथ भविष्य में काम करने वाले गूगलर्स (एचटीसी की टीम जो अब गूगल की होगी) बेहतरीन लोग हैं. हम पहले भी पिक्सल स्मार्टफोन के लिए साथ में काम करते रहे हैं’
गौरतलब है कि इस गूगल और एचटीसी की इस डील में एचटीसी के इंट्लेक्चुअल प्रॉपर्टी का लाइसेंस भी शामिल है जो एक्सक्लूसिव नहीं है. गूगल और एचटीसी पहले भी साथ काम करते आए हैं और गूगल का पहला नेक्सस डिवाइस भी एचटीसी ने ही बनाया था.
न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक एचटीसी के सीएफओ पीटर शेन ने कहा है कि इस डील के बाद भी एचटीसी के पास 2 हजार से ज्यादा रिसर्च और डिजाइन स्टाफ रहेंगे.
अगर आप सोच रहे हैं कि क्या एचटीसी का हैंडसेट बिजनेस ब्लैकबेरी की तरह ही बंद हो जाएगा तो ऐसा नहीं है. क्योंकि कंपनी ने साफ कहा है कि एचटीसी अपने ब्रांड के साथ आगे भी काम करती रहेगी. एचटीसी के सीईओ शीर वांग के बयान के मुताबिक इस करार इस बात को सुनिश्चित करेगा कि हम आगे एचटीसी स्मार्टफोन्स और वाइव वर्चुअल रियलिटी बिजनेस में इनोवेशन होंगे.
आपको बता दें कि मोबाइल बिजनेस में आने का प्लान गूगल ने पहले भी बनाया था. इसके लिए कंपनी ने 2011 में मोटोरोला मोबिलिटी को लगभग 12.5 बिलियन डॉलर में खरीदा और कुछ स्मार्टफोन लॉन्च भी किए. लेकिन बाद में मोटोरोला फिर से लेनोवो के हाथों बिक गई.
गूगल और एचटीसी की इस डील का सीधा असर स्मार्टफोन इंडस्ट्री को होगा. ये असर आगे चलकर दिखेगा. क्योंकि एचटीसी स्मार्टफोन की टीम अब गूगल के पास होगी और ये अब मिलकर सैमसंग और ऐपल को टक्कर दे सकते हैं. क्योंकि एक रिपोर्ट की मानें तो ऐपल की तरह गूगल भी अपना खुद का प्रोसेसर तैयार कर रहा है.
फिलहाल गूगल अपने पिक्सल स्मार्टफोन के लिए दूसरी कंपनियों के साथ पार्टर्शिप करता है और हार्डवेयर वही कंपनियां बनाती हैं. प्रोससेर की बात करें तो गूगल के पिक्सल स्मार्टोन्स में क्वॉल्कॉम के प्रोसेसर होते हैं.