उत्तरकाशी: देश के बीस स्वच्छ आइकनिक प्लेस में उत्तराखंड के गंगोत्री, यमुनोत्री व बैजनाथ धाम भी शामिल हैं। स्वच्छ आइकनिक प्लेस योजना के तहत गंगोत्री में होने के वाले कार्यों का शिलान्यास डुंडा (उत्तरकाशी) में केंद्रीय स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री उमा भारती ने किया। यमुनोत्री व बैजनाथ धाम के फिलहाल शिलान्यास की कवायद चल रही है।
गंगोत्री मंदिर समिति गंगोत्री के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि दूसरे चरण में चयनित देश के दस स्वच्छ आइकनिक प्लेस में गंगोत्री धाम को स्थान मिलना बड़ी उपलब्धि है। पूर्व में जब स्वच्छ आइकनिक प्लेस के विकास को लेकर चर्चा हुई तो तब इसकी कार्य योजना बनाई गई। इसमें सरकार ने तय किया कि सीआरए के तहत ओएनजीसी (तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम) के सहयोग से गंगोत्री धाम को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया जाएगा। इस मामले में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने संबंधित विभागों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
दूसरे चरण में चयनित स्वच्छ आइकनिक स्थल
गंगोत्री धाम व यमुनोत्री धाम (गढ़वाल), बैजनाथ धाम (कुमाऊं) महाकालेश्वर मंदिर (उज्जैन), सेंट फ्रांसिस असीसी चर्च (गोवा), आद्य गुरु शंकराचार्य स्थल (केरल), इरनामुलम, गोमतेश्वर (कर्नाटक), गया तीर्थ (बिहार), श्री सोमनाथ मंदिर (गुजरात) का चयन किया है।
पहले चरण में चयनित स्वच्छ आइकनिक स्थल
वर्ष 2016 में पहले चरण में वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू), छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (मुंबई), ताजमहल (आगरा), तिरुपति मंदिर (आंध्र प्रदेश), स्वर्ण मंदिर (अमृतसर), मर्णकर्णिका घाट (बनारस), अजमेर दरगाह (राजस्थान), मीनाक्षी मंदिर (तमिलनाडु), कामाख्या मंदिर (असोम) व जगन्नाथ पुरी (ओडिशा) को स्वच्छ आइकनिक प्लेस में शामिल किया गया।
योजना में ये होने हैं कार्य
-गंगोत्री में घाटों का निर्माण व सौंदर्यीकरण
-धाम में लगेंगी 200 सोलर लाइट
-गंगोत्री की सभी सड़कों और पैदल मार्ग का पक्कीकरण
-धाम के मुख्य गेट का जीर्णोद्धार
-स्वच्छता के लिए कूड़ेदान व कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था
-पेयजल योजना का सही निर्माण व हैंडपंपों की स्थापना