खादी विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) की डायरी और कैलेंडर में गांधी के बजाए मोदी की तस्वीर ने सियासी रंग ले लिया है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी इस मामले में देश से माफी मांगें।
वहीं KVIC के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने विवाद को बेबुनियाद करार दिया है। सक्सेना का कहना है कि कमीशन की डायरी और कैलेंडर पहले भी गांधीजी की तस्वीर के बिना छपते रहे हैं और सिर्फ गांधीजी की तस्वीर छापने का कोई नियम नहीं है।
साथ ही विनय कुमार सक्सेना की दलील है कि मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल खादी को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। उन्होंने मोदी को युवाओं का आदर्श बताया और दावा किया कि उनकी बदौलत पिछले 2 सालों में खादी का इस्तेमाल 34 फीसदी तक बढ़ा है।
KVIC सूत्रों की मानें तो कैलेंडर और टेबल डायरी में गांधीजी की तस्वीर ना छपना कोई नई बात नहीं है। पहले कभी भी KVIC के किसी सामान पर महात्मा गाँधी की तस्वीर नहीं छपी है। 1996, 2002, 2005, 2011, 2012, 2013 और 2016 की कैलेंडर डायरी पर गांधी की तस्वीर नहीं थी।