आरपीएफ के जवान शुक्रवार को सर्कुलेटिंग एरिया में गश्त कर रहे थे कि तभी एक बच्चा दौड़कर आया और लिपटकर रोने लगा। जवानों ने उसे चुप कराया और रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि 4-5 लोग उसे जबर्दस्ती घर से उठा लाए हैं। वह जैसे-तैसे जान बचाकर भाग निकला और यहां पहुंच गया। बच्चे ने जब दतिया का रहने वाला बताया तो आरपीएफ ने दतिया के कोतवाली थाने में संपर्क किया तो पता चला कि बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज है।

इसके बाद परिजनों एवं पुलिस को बुलाकर बच्चा उनके सुपुर्द कर दिया गया। आरपीएफ के उपनिरीक्षक अमित कुमार मीणा एवं आरक्षक हरिकिशन यादव शुक्रवार को रेलवे सर्कुलेटिंग एरिया में चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच एक 12 साल का बच्चा आया और लिपटकर रोने लगा। जवानों को मामला गड़बड़ लगा तो बच्चे को चुप कराकर बिस्कुट खाने के लिए दिए और उससे पूछताछ शुरू की। बच्चे ने बताया कि 28 जून को 4-5 अज्ञात लोग उसे दतिया से उठा लाए हैं। इसके बाद आरपीएफ ने बच्चे के बताए हुलिए के लोगों की तलाश की, लेकिन कहीं कोई नहीं मिला। बच्चे ने अपने पिता का नाम लक्ष्मण सिंह निवासी दतिया बताया, इसके बाद आरपीएफ ने दतिया कोतवाली थाने में संपर्क स्थापित किया।