भगवान श्री कृष्ण ने अपने जीवनकाल में कई अद्भुत लीलाएं दिखाई हैं लेकिन एक बार इन्हें खुद एक अजीबो गरीब लीला देखने का मौका मिल गया।
बात यह हुई कि भगवान श्री कृष्ण जिन दिनों द्वारिका पर राज कर रहे थे उस समय हर तरफ श्री कृष्ण के राज्य में फैली खुशहाली और उनकी शक्तियों की महिमा फैली हुई थी।
श्री कृष्ण की प्रशंसा और शक्तियों से कई राजे महाराजे ईर्ष्या करते थे और उन्हें नीचा दिखाने की ताक में रहते थे। ऐसा ही एक राजा था पौंड्रक जिसका राज्य चुनार प्रदेश था।
अपनी विशाल सेना के कारण पौंड्रक में अभिमान आ गया और खुद को वासुदेव कहलाने लगा। इन्होंने अपने राज्य में यह घोषणा करवा दिया कि वह भगवान विष्णु का अवतार है और धरती पर पाप का साम्राज्य खत्म करने के लिए अवतार लिया है।