ऐसा क्या है इस समय में?
इसके अलावा यहां यह मान्यता भी है जिस प्रकार क्रूस को उल्टा करने पर यह पवित्र चिह्न से उलट शैतान का चिह्न बन जाता है, उसी प्रकार दोपहर के पवित्र 3 बजे का समय रात के 3 बजे अपनी उलट अवस्था में होता है।
सिद्धियां प्राप्त करने के लिए तांत्रिक कई प्रकार की साधना करते हैं। इनमें बलि देना और गुप्त साधना भी आते हैं। तंत्र विद्या के अनुसार सुबह के 3 बजे की गई साधना या दी हुई बलि सबसे ज्यादा फलीभूत होती हैं। इसलिए एक तांत्रिक के लिए यह समय बहुत मायने रखता है।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए ऐसा माना जाता है कि इस समय ज्यादातर शैतानी शक्तियां ब्रह्मांड में घूम रही होती हैं और इसीलिए सबसे ज्यादा लोग इस समय ही डरते हैं। डरकर नींद खुलना, आसपस कोई महसूस होना जैसी बातें इनमें शामिल हैं।
कई हॉरर फिल्मों ने भी इस समय को इसी रूप में दिखाया है। फेमस ‘कंज्यूरिंग’ फिल्म में 3:07 मिनट पर ही घड़ी रुक जाती है और उसके बाद बुरी घटनाएं होती हैं।