दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो मुश्किल के सामने हार नही मानते और मेहनत से अपना जी भी नही चुराते हैं। ऐसे ही लोग आगे जाकर सफलता प्राप्त करते हैं। अपने सपने को पूरा करने के लिए अक्सर हमे कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
जो लोग चुनौतियों से हार नही मानते, सफलता हमेशा उनके कदम चूमती है। आज हम आपको कुछ ऐसे क्रिकेटर्स के बारे में बतायेंगे जिन्होंने अपनी लाइफ में जमकर संघर्ष किया है और वो आज बुलंदियों को छू रहे हैं।
मेहदी हसन
19 साल के महेदी हसन अभी हाल ही में बांग्लादेश क्रिकेट में शालिम हुए हैं। इन्होने अपनी काफी संघर्स किया है महेदी हसन बेहद गरीब परिवार से आए है जो टीन के घर में रहा करते थे। मेहदी हसन के पिता एक मामूली कार ड्राईवर थे।
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने मेहदी के लिए घर बनवाने कि घोषणा
मेहदी हसन ने गरीबी को कभी भी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। मेहदी की परफॉर्मेंस के चलते ही पहली बार बांग्लादेश ने इंग्लैंड को टेस्ट मैच में हराया था। इस परफॉर्मेंस से खु़श होकर बांग्लादेशी प्रधानंमंत्री हसीना शेख ने उनके लिए घर बनवाने कि घोषणा की।
उमेश यादव के पास खाने तक के पैसे नही थे
उमेश यादव भारतीय टीम के प्लेयर हैं। एक समय ऐसा भी था जब इनके पास खाने तक को पैसे नही थे। इनके पिता एक मजदूर थे लेकिन उमेश ने इन परिस्थितियों से कभी हार नही मानी और अपने टैलेंट के दम पर इन्होनें भारतीय टीम में जगह बनाई।
मोहम्मद इरफ़ान ने की मजदूरी
मोहम्मद इरफान पाकिस्तानी टीम के प्लेयर हैं। मोहम्मद, पाकिस्तानी टीम के तेज़ गेंदबाज़ो में से एक हैं। मोहम्मद के पिता एक फैक्ट्री में मज़दूर का काम करते थे।
मोहम्मद यूसूफ के पिता थे रेलवे स्टेशन पर कर्मचारी
मोहम्मद यूसूफ के पिता रेलवे स्टेशन पर कर्मचारी थे, बचपन में यूसूफ के पास बैट खरीदने तक के पैसे नहीं होते थे, लेकिन बाद में मोहम्मद यूसूफ पाकिस्तानी टीम के क्रिकेटर बने।
शोएब अख्तर के लिए मुश्किल था एक टाइम का खाना जुटा पाना
एक समय ऐसा था जब शोएब को एक टाइम का खाना मुश्किल से नसीब होता था। पर शोएब ने मुश्किलों के आगे कभी हार नहीं मानी, और अपनी मेहनत से पाकिस्तानी टीम में जगह बनाई। आज हर कोई इनके नाम से वाकिफ हैं।