महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल किसान आंदोलन को लेकर ड्रामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के मुद्दों पर कुछ राजनीतिक दल ड्रामा कर रहे हैं और गलत जानकारियां फैला रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी मुंबई में किसानों की ओर से आयोजित की जा रही रैली के बाद कही, जिसका एनसीपी और कांग्रेस ने समर्थन किया है।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि यह पिछली कांग्रेस-एनसीपी सरकार थी जिसने ठेके पर खेती और कृषि उत्पादों की सीधी खरीद को अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि कृषि विधेयकों को पारित हुए काफी समय हो गया है और महाराष्ट्र में इसे लेकर कोई विरोध नहीं हुआ था। महाराष्ट्र विधानसभा के विपक्षी नेता फडणवीस ने कहा, ‘अब कुछ राजनीतिक दल जानबूझकर ड्रामा कर रहे हैं और गलत जानकारियां फैला कर राज्य के किसानों को गुमराह कर रहे हैं।’
उन्होंने आंदोलन का समर्थन करने वाले दलों से सवाल करते हुए कहा, ‘इस मोर्चा को समर्थन देने वाले दलों से मेरा एक सवाल है कि क्यों कांग्रेस ने अपने 2019 के चुनावी घोषणापत्र में कहा था कि अगर वह सत्ता में आई तो मंडी समितियों को समाप्त कर देगी? कांग्रेस और एनसीपी को इसका जवाब देना चाहिए कि क्यों उन्होंने 2006 में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट को मंजूरी दी थी? उन्हें महाराष्ट्र में इस कानून के होने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वे इसे केंद्र में नहीं चाहते हैं। यह सब ड्रामा किसलिए?’
फडणवीस ने दावा किया कि पिछली कांग्रेस-एनसीपी सरकार में कृषि उत्पादों की सीधी खरीद के लिए 29 लाइसेंस जारी किए गए थे। उन्होंने कहा, ‘यह कांग्रेस-एनसीपी सरकार थी जिसने महाराष्ट्र में मंडी समितियों से बाहर खरीद के लिए कॉरपोरेट्स को लाइसेंस देना शुरू किया था। वर्तमान केंद्र सरकार ऐसा नहीं कर रही है। यह केवल ड्रामा है और इसे किसानों का कोई समर्थन प्राप्त नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उल्टे शरद जोशी की अगुवाई वाले शेतकारी संगठन ने कानूनों का स्वागत किया है।