मुरैना। रिठौरा थाने की बक्सीपुरा गांव की एक किशोरी 13 जून को अपने मायके से गायब हो गई। परिजनों ने रिठौरा थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई। चूंकि परिजनों ने युवती को शादीशुदा व उम्र का सर्टिफिकेट नहीं दिया। साथ ही उसे बालिग बताया, लेकिन शनिवार को किशोरी सीधे रिठौरा थाने पहुंची और अपने बयान दर्ज कराए। इसके बाद वह परिजनों के साथ जाने के लिए तैयार नहीं हुई, बल्कि जिसके साथ वह 13 जून को गई थी, उसी युवक के साथ चली गई। चूंकि परिजनों ने उसे बालिग बताया था, इसलिए पुलिस ने उसे जाने दिया। अब परिजन एसपी व एसडीओपी से मिलकर किशोरी को नाबालिग बता रहे हैं और अपने हवाले करने की मांग भी कर रहे हैं।
किशोरी का नाबालिग होने का पूरा मामला ?
घटनाक्रम के मुताबिक बक्शी का पुरा से रामसुंदर सिसौदिया की शादीशुदा बेटी सीमा गायब हो गई। रामसुंदर ने इस मामले में रिठौरा पुलिस थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई। गुमशुदगी दर्ज कराते समय उसने सीमा को बालिग व शादीशुदा बताया था, लेकिन उम्र से संबंधित कोई प्रमाण नहीं दिया था। शनिवार को अचानक सीमा रिठौरा थाने पहुंची और पढ़ावली के सतीश के साथ राजी से जाने का बयान दर्ज कराया।
पुलिस ने उसके परिजनों को भी बुला लिया, लेकिन सीमा उनके साथ जाने के लिए तैयार नहीं हुई। इसके बाद उसने सतीश के घर ही जाने के लिए पुलिस से कहा। चूंकि वह बालिग थी इसलिए पुलिस ने उसे जाने दिया। रविवार को सीमा के परिजन उसकी अंक सूची लेकर एसपी बंगले पर एसपी से मिलने पहुंचे। हालांकि एसपी मिले नहीं। परिजन अब उसे नाबालिग बता रहे हैं और सीमा को अपने साथ भेजने की मांग भी कर रहे हैं। एसपी के न मिलने पर परिजन एसडीओपी बानमोर के यहां गए हैं, जिससे उनकी बेटी उन्हें वापस मिल जाए।