मुंबई: कालेधन के खिलाफ सरकार की मुहिम तेज होती जा रही है। सरकार ने इस कड़ी में कालेधन के बड़े कारोबारी को धर लिया है।
गुरुवार को कारोबारी पारसमल लोढ़ा को ED ने मुंबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया है। लोढ़ा देश छोड़कर भागने की फिराक में था।
इससे पहले सीबीआई ने कालाधन बरामदगी मामले में कारोबारी शेखर रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया है। रेड्डी को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन जनवरी तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया।
बालू माफिया शेखर रेड्डी की गिनती तमिलनाडु के काफी असरदार लोगों में होती है। उसके ठिकानों से 130 करोड़ कैश (34 करोड़ नए नोट) और 177 किलो सोना बरामद किया गया है।
इससे पहले आयकर विभाग के अधिकारियों ने विशेष सूचना मिलने के बाद शेखर रेड्डी और श्रीनिवासुलु रेड्डी के कार्यालय और आवास परिसर पर छापा मारा और 131 करोड़ रुपए नकद तथा 177 किग्रा सोना बरामद किया था।
शेखर रेड्डी के परिसर से प्राप्त संदिग्ध दस्तावेजों के आधार पर आयकर विभाग के पास उसके खिलाफ तमिलनाडु मुख्य सचिव पी रामा मोहन राव से संबंध होने के पर्याप्त सबूत हैं। इनके कार्यालय और राज्य सचिवालय पर आज आयकर विभाग ने छापा मारा था।
शेखर रेड्डी को तिरूमला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। आयकर विभाग का मानना है कि रेड्डी को सरकार के द्वारा लोक कार्य विभाग (पीडब्ल्यूडी) और राजमार्ग विभाग की विभिन्न परियोजना से संबंधित कई ठेके मिलते थे। राव इससे पहले पीडब्ल्यूडी के सचिव थे।
उन्होंने कहा कि वह इस दौरान शेखर रेड्डी के करीब आयेे थे। इसके बाद वह पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के कार्यकाल में मुख्य सचिव के रूप में पदोन्नत हुए थे।