कांग्रेस में इस बार यदि नया उत्साह है तो इसकी वजह है नई महासचिव प्रियंका गांधी। प्रियंका के जादू के भरोसे नए अंदाज में सियासी पारी फ्रंटफुट पर खेलने के लिए फील्डिंग लगाई जा रही है। दिल्ली और लखनऊ में बनाए जा रहे वार रूम से चुनावी जंग पर निगाह रखी जाएगी। पैनी नजर रखने के लिए ही प्रदेश को संगठनात्मक दृष्टि से दो क्षेत्रों में विभक्त किया गया है। इसमें पूर्वी क्षेत्र की कमान राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी खुद संभालेंगी और पश्चिमी उप्र का जिम्मा ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपा गया है।
प्रियंका गांधी 41 संसदीय क्षेत्रों की प्रभारी हैं, वहीं पश्चिम में 39 सीटों की जिम्मेदारी सिंधिया को सौंपी गई है। दोनों प्रभारियों को प्रत्याशियों के चयन से लेकर उनको जिताने का लक्ष्य मिला है। दोनों का सहयोग करने के लिए तीन-तीन राष्ट्रीय सचिवों को सह प्रभारी के तौर पर लगाकर सीटों का बंटवारा भी कर दिया गया है। चुनावी तैयारी को जोरदार बनाने के लिए कैम्पेन कमेटी, मेनीफेस्टो कमेटी, को-ऑर्डिनेशन कमेटी, इलेक्शन स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग कमेटी, मीडिया एण्ड पब्लिसिटी जैसी कमेटियां भी गठित की गई हैं। इनमें प्रदेश के सभी दिग्गजों को शामिल किया गया है।
हर बूथ पर दस यूथ
चुनाव प्रबंधन में माइक्रो मैनेजमेंट फार्मूला लागू करते हुए प्रत्येक बूथ पर दस यूथ की नियुक्ति की गई है। टिकट के प्रत्येक दावेदार से बूथ कमेटियां तैयार कराई जा रही हैं। प्रत्येक कमेटी में तीन महिला कार्यकर्ता का होना अनिवार्य किया गया है। जाति उप-जाति समीकरणों का भी ध्यान रखा जा रहा है। बूथ कमेटियों में वहां रहने वाले वरिष्ठ नेताओं को भी शामिल किया है। कमेटियों के सभी सदस्यों का व्यक्तिगत ब्यौरा, नाम पता व फोन नंबर के साथ जाति व उपजाति आदि को एक फार्म में दर्ज करा कर प्रदेश कार्यालय में एकत्रित किया है।
संगठनात्मक विस्तार पर जोर
संगठन के विस्तार पर जोर देते हुए कमेटियों को फिर संवारा जा रहा है। करीब छह वर्ष से भंग पड़े किसान कांग्रेस को फिर सक्रिय किया गया है। युवक कांग्रेस व भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की तरह सेवादल और महिला कांग्रेस को चार जोन में बांटा है। कांग्रेस सेवादल में पहली बार महिला व यंग विंग का भी गठन किया गया है। प्रदेश सेवादल के मुख्य संगठक प्रमोद पांडेय का कहना है कि संगठन विस्तार के जरिए अधिकतम कार्यकर्ताओं को जोडऩे की तैयारी है।
मीडिया प्रबंधन का जिम्मा राजीव शुक्ला ने संभाला
भाजपा को मीडिया प्रबंधन में उसी के अंदाज में जवाब देने की तैयारी है। पूर्व मंत्री राजीव शुक्ला को राष्ट्रीय नेतृत्व ने ‘मिशन यूपी’ कामयाब बनाने के लिए भेजा है। छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं को वाट्सएप व ट्विटर इस्तेमाल करने को प्रेरित किया जा रहा है। मीडिया प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए चार विंग तैयार किए गए हैं। प्रशिक्षित युवाओं की टोली क्षेत्रीय स्तर पर भी गठित की जा रही है। अलग से बनायी शोध विंग भाजपा के हमले का जवाब देने को तथ्यों सहित जवाब तैयार करके प्रवक्ताओं को उपलब्ध कराएगी।
लोकसभा की जंग प्रदेश में सरकार का सपना
प्रदेश कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने के लिए लोकसभा चुनाव के साथ वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में अपनी सरकार बनाने का लक्ष्य भी तय किया है। ‘कांगे्रस सरकार बनने तक चैन से नहीं बैठेंगे’ मंत्र कार्यकर्ताओं में तीन दशक का सियासी वनवास खत्म होने की उम्मीद को जिंदा किए है।