जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही आतंकी वारदातों को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरमने ट्विटर पर कहा कि समय-समय पर हम यह याद दिला रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर राज्य को लेकर कुछ चिंता है। उन्होंने कहा इसका आखिरी ‘रिमाइंडर’ 30 औ 31 दिसंबर की रात को सामने आया था, जब आतंकियों ने सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया, जिसमें 5 जवान मारे गए और 3 जख्मी हो गए। वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता पी चिदंबरम ने कहा, ‘सैनिक और पुलिसकर्मी लगभग रोज शहीद हो रहे हैं। क्या सरकार सफाई देगी? और बताएगी कि यह सब कम खत्म होगा?
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर मोदी सरकार को लिया निशाने पे
चिदंबरम ने कहा, ‘गुजरात में चुनाव की पूर्व संध्या पर सरकार ने दिनेश्वर शर्मा को विशेष प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त किया, लेकिन सरकार का उद्देश्य स्पष्ट नहीं था। इसके बाद संकेत दिया गया कि विशेष प्रतिनिधि उन सब लोगों से बात करेंगे, जो उनसे बात करना चाहते हैं। इसमें दावा किया गया कि कठोर और मिलिटरी अप्रोच आतंक और घुसपैठ पर रोक लगा सकता है। क्या ऐसा हुआ?’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर राजनीतिक समाधान खोजने के लिए सक्रिय ढंग से काम करने की जरूरत है। चिदंबरम ने कहा, ‘इस मुद्दे को सुलझाने के प्रयासों के लिए पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह को हमेशा याद किया जाएगा।’
चिदंबरम ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि सरकार की कठोर और मिलिटरी अप्रोच को एक मौका दिया जाना चाहिए, उन्हें एक बार तथ्यों पर गौर करने की जरूरत है। इसके बाद वे अपना नजरिया बदल सकता है।