कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने शुक्रवार को राज्यसभा में शून्य काल के दौरान कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए नमामि गंगे पर खर्च होने वाले पैसे को लेकर कई सवाल खड़े किए. प्रमोद तिवारी ने राज्यसभा में कहा कि केंद्र की सरकार महंगाई, सीमा सुरक्षा, किसानों के उत्पादों का उचित मूल्य न मिलने के कारण आत्महत्या सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विफल है.
इसी क्रम में प्रमोद तिवारी ने राष्ट्रीय मिशन में सम्मिलित नमामि गंगे परियोजना पर कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2600 करोड़ रुपए से अधिक की राशि उपयोग ही नहीं हो सकी.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि, कैग रिपोर्ट के मुताबिक दी गई राशि का उपयोग न होने का मुख्य कारण है कि नमामि गंगे की 26 परियोजनाओं में देरी हुई है. इससे साफ झलकता है कि सरकार एक बार फिर अपने राष्ट्रीय मिशन में सम्मिलित नमामि गंगे जैसी परियोजनाओं पर गंभीर नहीं है.
प्रमोद तिवारी ने कहा, इस सरकार ने गंगा मैया को धोखा दिया गया है. इस राष्ट्रीय मिशन में सम्मिलित नमामि गंगे के ऊपर जो रिपोर्ट आई है उसकी कमियों तथा परियोजनाओं में विलंब जैसी गंभीर विषय पर सदन के समक्ष सरकार जल्द से जल्द स्पष्टीकरण दे. जब प्रमोद तिवारी ने गंगा मैया को धोखा देने की बात राज्यसभा में उठायी तो राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि धोखा जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.