लंदन में 2 जुलाई को 6 डॉलर (करीब 415 रुपए) में खरीदा गया शतरंज (Chess) का मोहरा 6 करोड़ रुपए में नीलाम हुआ. अक्सर देखा जाता है कि पुरानी और कीमती चीज़ें काफी कीमत पर बेचीं जाती है और खरीदने वाले उन्हें काफी कीमत पर अपना बना लेते हैं. ऐसे ही शतरंज का एक प्यादा करोड़ों कीमत के नीलाम हुआ है. आइये जानते है इसके बारे में क्या खासियत है इसकी.
बता दें, शतरंज मोहरे को स्कॉटलैंड के एक व्यक्ति ने 1965 में खरीदा था और यह 12वीं सदी का मोहरा है. आर्ट डीलर कंपनी सोदबी के जरिए नीलाम हुए मोहरे के खरीदार का नाम उजागर नहीं हुआ. यह मोहरा 3.5 इंच लंबा है. दाढ़ी वाले व्यक्ति के इस मोहरे के दाएं हाथ में एक तलवार जैसा हथियार और बाएं हाथ में ढाल है. परिवार को नीलामी में उम्मीद के मुताबिक ही कीमत मिली. परिवार ने नीलामी में 7 करोड़ रु. मिलने की उम्मीद जताई थी.
वहीं, जानकारों की मानें तो यह उन 93 मोहरों में से एक है, जो 1831 में मिले थे. अनुमान के मुताबिक, इन सभी 93 मोहरों को 12वीं या 13वीं सदी में बनाया गया होगा. यह सभी वॉलरस के दांत से बने हैं. इन सभी 93 मोहरों में से 82 लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम और 11 स्कॉटलैंड के नेशनल म्यूजियम में रखे हुए हैं. यह सभी मोहरे नॉर्वे से मिले थे. जानकारों की मानें तो इस तरह के पांच पीस अब भी गायब हैं. परिवार के प्रवक्ता ने बताया कि यह मोहरा पिछले 55 साल से अलमारी में रखा हुआ था. दादा के निधन के बाद दादी ने यह अपनी विरासत के रूप में परिवार को दिया है.