कई महिलाओं को प्रेगनेंसी में कमर का दर्द बहुत ज्यादा होता है,जानिए कैसे पाना है इस दर्द से छुटकारा-

गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द एक आम समस्या है। कम या ज्यादा, हर महिला इससे गुजरती है। पर कई बार ये दर्द बहुत ज्यादा और असहनीय हो जाता है, खासतौर से उन महिलाओं के लिए जो लंबे समय तक बैठकर या खड़े होकर काम करती हैं। डॉक्टर इस दौरान किसी भी तरह के पेन किलर से बचने की सलाह देते हैं। वहीं आयुर्वेदिक हर्ब्स को भी बिना डॉक्टरी सलाह के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसलिए हेल्थ शॉट्स के इस लेख में हम आपके लिए लाए हैं ऐसे उपाय, जिन्हें अपनाकर आप बिना दवा प्रेगनेंसी में पीठ दर्द से छुटकारा पा सकती हैं।

अपोलो दिल्ली और आर्केडी विमन हेल्थ केयर एंड फर्टिलिटी की डायरेक्टर, स्त्री रोग विशेषज्ञ और टेस्ट ट्यूब बेबी स्पेशलिस्ट डॉ. पूजा दिवान बताती है कि “गर्भावस्था के दौरान तीसरे महीने से पीठ का दर्द होना सामान्य है। छठे और सातवें महीने से ये दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने से पीठ में कर्वेचर आगे बढ़ जाते हैं, जिससे ये दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है।

यहां हैं कमर दर्द से बचने के प्रभावशाली उपाय

1 भारी वजन न उठाएं

पूजा दिवान बताती है कि जब आप प्रेगनेंट हो तो आपको बहुत ज्यादा भारी सामन उठाने से बचना चाहिए। क्योंकि भारी सामान से उठाने से आपके पीठ में जोर पड़ता है जिसकी वजह से आपको दर्द हो सकता है। किसी छोटी वस्तु को उठाते समय नीचे झुकें और अपने पैरों से उठाएं। कमर के बल न झुकें या पीठ के बल न उठाएं। अपनी सीमाएं जानना भी महत्वपूर्ण है।

2 स्ट्रेचिंग करें

नियमित शारीरिक गतिविधि आपकी पीठ को मजबूत रख सकती है और गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द से राहत दिला सकती है। आपको अपने ट्रेनर की देखभाल में स्ट्रेचिंग करनी चाहिए, चलना चाहिए या पानी का व्यायाम करना चाहिए। एक फिजिकल थेरेपिस्ट आपको स्ट्रेच और व्यायाम भी सीखा सकता है जिसकी आप मदद ले सकते है।

3 ऊंची एड़ी की चप्पल न पहनें

पूजा दिवान कहती है कि गर्भावस्था के दौरान ऊँची एड़ी के जूते पहनने से आपकी पीठ और घुटनों पर दबाव बढ़ जाएगा, जो तनाव पैदा कर सकता है। जिससे पैर और पीठ की समस्याएं और गिरने के कारण चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।

यदि आप नियमित रूप से ऊँची एड़ी के जूते पहन रहे हैं, तो आप अपनी पीठ को और ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे है। हाई हील्स आपकी पीठ की कर्वेचर को बढ़ाती हैं और दबाव पैदा करती है, जो आपके बढ़ते हुए गर्भाशय के वजन को सीधे आपकी निचली रीढ़ और कूल्हे के जोड़ों में ले जाती है।

4 देवी आसन

योग, जो की शरीर को ताकत देने का काम करता है। जिसकी जड़ें प्राचीन भारत में हैं, गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द से राहत के लिए सबसे लोकप्रिय तकनीकों में से एक है। प्रसवपूर्व योग उन गर्भवती लोगों के लिए जरूरी है जिनकी पीठ, मांसपेशियां, जोड़ और नसें गर्भावस्था के वजन के कारण दर्द कर रही हैं।

गर्भावस्था के दूसरे और तीसरे तिमाही के दौरान देवी मुद्रा को सुरक्षित माना जाता है। जैसा कि किसी भी व्यायाम के साथ होता है, अपने शरीर को सुनें और रुकें यदि कोई मुद्रा में आपको असुविधा लगती है तो। किसी भी फिटनेस कार्यक्रम को शुरू करने से पहले अपनी हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें

5 सही गद्दे पर सोएं

हो सके तो आप सोने के लिए एक सही गद्दे का चयन करें। गद्दा न ज्यादा मूलायम होना चाहिए और न ही ज्यादा कड़ा होना चाहिए। ज्यादा कड़ा और मूलायम गद्दा भी अपके पीठ में दर्द का कारण हो सकता है। कॉयर के गद्दे में बेहतर विकल्प है।

हल्का से मध्यम पीठ दर्द अक्सर गर्भावस्था के दौरान होता है, खासकर तब जब आपका पेट बड़ा होना शुरू हो जाता है। लेकिन सिर्फ इसलिए कि यह सामान्य है इसका मतलब यह नहीं है कि आपको इससे पीड़ित होने की जरूरत है। अपनी परेशानी कम करने के लिए हमारे सुझावों को आजमाएं, और अपने लक्षणों के बारे में अपने डॉक्टर से मिलें।

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