जिले में ओलावृष्टि और बारिश से चौपट हुई फसलों का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर शनिवार सुबह सैकड़ों किसान सड़क पर उतर आए। झांसी-मीरजापुर हाईवे जाम कर प्रभारी मंत्री को रोक कर समस्या बताई। मंत्री के जल्द समस्या हल कर मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर किसान शांत हुए। इस दौरान हाईवे पर वाहनों की कतार लग गई।
80 फीसद तक तबाह हो गई हैं फसलें
जिले में अब तक बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। खेत पर चना, अरहर, मटर व सरसों की फसलें 70 से 80 फीसद तक तबाह हो गई हैं। कई इलाकों में गेहूं की फसल भी गिर गई है। इससे किसानों में गम और गुस्सा दोनों है। लेखपालों के सर्वे कार्य मे लापरवाही की बातें भी कई जगह सामने आई हैं। शनिवार को फसलों के नुकसान से आहत रामनगर विकास खंड के देउंधा-मैकी के पास सैकड़ों किसान झांसी-मीरजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतर आए। मुआवजे की मांग को लेकर हाईवे जाम कर जल्द नुकसान का भरपाई कराने की आवाज बुलंद की।
चित्रकूट जा रहे थे प्रभारी मंत्री
इसी बीच हाईवे से होकर चित्रकूट जा रहे जिले के प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को रोक लिया और समस्या बताई। प्रभारी मंत्री के किसानों को लेकर सरकार के सजग होने, जल्द सर्वे कराकर नुकसान की भरपाई कराने के आश्वासन पर जाम खुला। प्रभारी मंत्री ने गांव में नुकसान का जायजा लिया है। उन्होंने बताया कि कर्वी जिला मुख्यालय पर अफसरों के साथ बैठक कर किसानों के जख्म पर मरहम लगाने की रणनीति तय की जाएगी। जल्द मुआवजा दिलाया जाएगा।
तीन बार गिर चुके हैं ओले
जिले में मार्च की शुरुआत से अब तक तीन बार ओले गिर चुके हैं। इससे फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं। रुक रुककर बरसात की स्थिति तकरीबन रोज बन रही है। इससे समस्या और बढ़ी है। हर बारिश के बाद हल्के व भारी ओले भी गिर रहे हैं। डीएम शेषमणि पांडेय ने बताया कि चारों तहसीलों में सर्वे कार्य में तेजी लाई गई है। किसानों को जल्द राहत दिलाई जाएगी।