इस कहावत से तो आप वाकिफ होंगे ही कि गेहूं के साथ घुन भी पिसता है। मतलब अगर आपके आसपास टॉक्सिक मतलब नेगेटिव लोगों की फौज हो, तो आप पर भी धीरे-धीरे इसका असर पड़ने लगता है खासतौर से अगर ऑफिस में ऐसे लोग हों, क्योंकि इससे आपका प्रोफेशनल करियर प्रभावित होता है। कई बार टॉक्सिक लोग ऐसा माहौल क्रिएट करते हैं जिससे आप खुद को ऑफिस में अलग-थलग भी पा सकते हैं, लेकिन इससे आहत होने के बजाय सिचुएशन को डील करने का तरीका पता होना चाहिए। आइ जानते हैं कैसे।
सीधी बात करें
ऐसे लोगों को डील करने का सबसे पहला स्टेप है खुद में मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाना। उनकी हर छोटी-मोटी बात को दिल से लगाने की गलती न करें वरना तो आप काम कर ही नहीं पाएंगे। ऑफिस में नए हैं, तो कुछ दिनों की बातचीत में ही सामने वाले की पर्सनैलिटी समझ आ जाती है। ऐसे में आप अपनी बाउंड्री खुद सेट करें। ऐसे लोगों से दूरी बनाकर चलें। उनके साथ ऑफिस में बात करने, उठने-बैठने के बजाय, अपने काम पर ध्यान दें। उनके व्यवहार से बहुत ज्यादा दिक्कत हो, तो क्लियर कट उन्हें ये बताएं।
बॉस की लें मदद
अगर कलीग के बर्ताव में आपकी सीधी बातें समझ नहीं आ रहीं, तो अपना और ज्यादा दिमाग खराब करने के बजाय बॉस को बताना सही रहेगा। आप उनसे जाकर कहें कि आसपास बैठे टॉक्सिक लोगों द्वारा बनाया जाना वाला माहौल आपके काम को प्रभावित कर रहा है और ऐसे माहौल में काम करना बहुत मुश्किल हो रहा है।
इग्नोर करें उनकी बातें
टॉक्सिक लोगों का मकसद ही होता है आपको किसी न किसी तरह उलझाए रखना। फिर चाहे वह आपकी बुराई करके ही क्यों नहीं। वो आपसे दूसरों की और दूसरों से आपकी बुराई करते रहते हैं, तो यहां भी आपको हर्ट होने के बजाय उनकी बातों को इग्नोर करना है। आप अपनी खूबियां और कमियां जानते हैं, तो किसी के कुछ भी बोलने से खुद पर फर्क न पड़ने दें। कौन क्या करता है क्या कहता है, इससे दूरी बनाकर चलने में ही समझदारी है।
इस बात का ध्यान रखें कि आपकी मेंटल हेल्थ पर इन चीज़ों का असर नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि मेंटल हेल्थ का सीधा कनेक्शन फिजिकल हेल्थ से होता है। ज्यादा परेशानी हो रही हो, तो जॉब स्विच कर लें।