आजकल लोग शादियों को यादगार बनाने के लिए क्या कुछ नहीं करते, पर ऐसा अनोखा कारनामा नहीं। भांजे का ब्याह और बैंड बाजे संग मामा आए बैलगाड़ी पर।
पंजाब के कपूरथला में यह शादी देखने को मिली। पंजाबी सभ्याचार से ओतप्रोत ननिहाल परिवार पुरातन साजो-सामान के साथ नानका मेल करने के लिए गांव भाणोलंगा पहुंचा, जिसे देखने के लिए पूरा गांव उमड़ा, वहीं हर किसी की जुबां पर पुरातन पंजाब की झलक देखकर खुशी भी साफ झलक रही थी।
गांव भाणोलंगा के सोहन सिंह के बेटे हरजीत सिंह विवाह गांव भेटां की लड़की से हुआ। भांजे हरजीत सिंह के घर ननिहाल परिवार की ओर से मेल करवाने की परंपरा को निभाने के लिए हरजीत के मामा सरवन सिंह नौरंगपुर जालंधर के गांव नौरंगपुर से अनोखे तरीके से गांव भाणोलंगा पहुंचे।
हरजीत के मामा सरवन सिंह, फूफा साधू सिंह सैदोवाल पूरे रिश्तेदारों के साथ फूलों और लाउड स्पीकरों वाली बैलगाड़ी पर बैठकर गांव भाणोलंगा पहुंचे। पंजाब की पुरातन सभ्याचार की तस्वीर की पेश करते इस ननिहाल परिवार को देखने के लिए गांव के लोग घरों की छतों पर उमड़ आए।
बाकायदा रिश्तेदार पंजाबी सभ्याचार, घाघरे और फुलकारियां ओढ़कर आए, वहीं गबरू चिट्ठे कुर्ते चादरें और हाथों में सम्मा वाली डांग लिए थे। 31 दिसंबर को हरजीत सिंह का विवाह गांव भेटां में हुआ।
साधू सिंह व सरवन सिंह ने कहा कि आज के युवाओं को पुरातन पंजाब से रूबरू करवाने के लिए उन्होंने इस तरीके को चुना, जिससे यूथ को अपने अमीर पंजाबी सभ्याचार के बारे में जानकारी मिल सके।