भारत-श्रीलंका के बीच तीन मैचों की सीरीज का तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच कैंडी के पल्लेकल इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर जारी है। टीम इंडिया ऐतिहासिक जीत से महज एक विकेट दूर है। श्रीलंका ने 168 रनों पर 9वां विकेट निरोशन डिकवेला के रूप में गंवाया। डिकवेला 41 रन बनाकर उमेश यादव की गेंद पर अजिंक्य रहाणे को कैच थमा बैठे।
इससे पहले 166 रनों पर आठवां विकेट लक्षन संदाकन के रूप में गंवाया था। मोहम्मद शमी के गेंद पर संदाकन ने विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को कैच थमाया। आर अश्विन ने दिलरुवान परेरा के रूप में श्रीलंका को सातवां झटका दिया था। दूसरी पारी में अश्विन के खाते में ये तीसरा विकेट था। दिलरुवान 8 रन बनाकर हार्दिक पांड्या को कैच थमा बैठे। श्रीलंका को 138 रनों पर सातवां झटका लगा।
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इससे पहले अश्विन ने ही एंजलो मैथ्यूज को एलबीडब्ल्यू आउट कर श्रीलंका को छठा झटका दिया। मैथ्यूज 35 रन बनाकर आउट हुए, उस समय श्रीलंका का स्कोर 118 रन था। इससे पहले कुलदीप यादव ने कप्तान दिनेश चांडीमल को आउट कर भारत को जीत की ओर तेजी से बढ़ाया था। चांडीमल 36 रन बनाकर चेतेश्वर पुजारा को कैच थमा बैठे। इस तरह से श्रीलंका को 104 रनों पर पांचवां झटका लगा। इस पारी में कुलदीप के नाम ये पहला विकेट था। इससे पहले चांडीमल और एंजलो मैथ्यूज के बीच 65 रनों की साझेदारी हुई। 39 रनों पर चार विकेट गंवाने के बाद श्रीलंका का लंच ब्रेक तक स्कोर 82/4 था। 39 रन पर टीम का चौथा विकेट गिरा था। कुसल मेंडिस 12 रन बनाकर आउट हुए। उनसे पहले मलिंडा पुष्पकुमार भी 1 रन बनाकर शमी की बॉल पर आउट हुए थे। तीसरे दिन के मैच में श्रीलंका का पहला विकेट करुणारत्ने (16) के रूप में गिरा था।
भारत की के 487 रनों के जवाब में श्रीलंकाई टीम पहली पारी में 135 रनों पर ऑलआउट हो गई। इसके आधार पर पहली पारी में भारत को 352 की बढ़त मिली। फॉलोओन मिलने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की शुरूआत फिर से खराब हुई। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक श्रीलंका ने दूसरी पारी में 1 विकेट गंवाकर 19 रन बना लिए थे।
बता दें कि कैप्टन विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। टीम में एक बड़ा बदलाव कुलदीप यादव के रूप में हुआ, जिन्हें रवींद्र जडेजा की जगह टीम में शामिल किया गया है। तीन मैचों की इस सीरीज में इंडिया 2 मैच पहले से जीत गई है। तीसरा मैच सिर्फ टेस्ट भर नहीं है, बल्कि विदेशी जमीन पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज जीतने का एक बड़ा मौका टीम इंडिया के पास है। 85 साल के टेस्ट इतिहास में इंडिया के पास यह पहला मौका होगा जब वह क्लीन स्वीप करना चाहेगी।
अगर टीम ऐसा करने में कामयाब हो पाती है, तो विराट कोहली एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे। अगर भारत क्लीन स्वीप कर देता है, तो विराट ऐसे पहले कप्तान होंगे, जिनके नेतृत्व में विदेशी जमीन पर भारत क्लीन स्वीप करने में सफल होगा। बता दें कि कोहली ने कप्तान बनने के बाद पहली सीरीज 2015 में श्रीलंका में ही खेली थी और 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती। और तभी से विराटा का प्रदर्शन विराट रहा है।
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी टीम ने विदेशी धरती पर तीन या इससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं किया है। ऐसे में
विराट के पास सुनहरा मौका है कि पल्लेकल टेस्ट जीतकर इस खास जीत पर सबसे पहले अपना नाम दर्ज करें।
दोनों टीमों का प्लेइंग इलेवन
श्रीलंका:उपुल थरंगा,दिलरुवान पेरेरा,दिनेश चंडीमल,एंजेलो मैथ्यूज,दिमुथ करुणारतने,मलिंडापुष्पकुमार,निरोशन डिकवेला,विश्वा फर्नान्डो,लक्षण संदाकन,कुसल मेंडिस,लाहिरू कुमारा
भारत:शिखर धवन,चेतेश्वर पुजारा,अजिंक्य रहाणे,विराट कोहली,रिद्धिमान साहा,रविचंद्र अश्विन,उमेश यादव,मोहम्मद शमी,लोकेश राहुल,कुलदीप यादव,हार्दिक पांड्या
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